श्योपुर : जिले में स्मैक के बढ़ते नशे के खिलाफ अब आमजन की आवाज बुलंद हो रही है। पिछले दिनों से जनप्रतिनिधियों-युवाओं सहित अन्यजनों द्वारा स्मैक के नशे के खिलाफ शुरू किए गए एक युद्ध स्मैक विरूद्ध जनजागरण अभियान की मुहिम लगातार तेज हो रही है.इसी क्रम में दर्जनों गांवों से सैंकड़ों लोग भी इसका समर्थन कर रहे हैं.युवाओं और राजनैतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है.
बीते दिनों जिले के युवाओं ने इसके खिलाफ जमकर आवाज उठाई थी पंरतु पुलिस प्रशासन के द्वारा स्मैक और अन्य मादक पदार्थों का काला कारोबार करने वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.पूर्व में युवाओं ने श्योपुर एसपी को ज्ञापन सौंपकर स्मैक के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर युवा पीढ़ी को स्मैक से हो रही बर्बादी से रोकने की मांग उठाई.इस दौरान लोगों ने जमकर नारे लगाते हुए स्मैक के कारोबार को रोककर नशे की लत की आदी हो रही युवा पीढ़ी को बचाने की मांग की।पंरतु पुलिस प्रशासन के द्वारा नशा का काला कारोबार करने बालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.इससे अब जिले के युवाओं में काफी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है.
इसी के साथ युवाओं के सर्वसमाज के साथ अब सभी संगठन राजनीतिक दलों ने भी युवाओं की इस पहल पर अपना समर्थन जताया है.उन्होंने आगामी 17 सितंबर को होने वाले जन आंदोलन में श्री हजारेश्वर मैदान में जन आंदोलन होगा और प्रशासन को मामले से अवगत करवाकर इस कारोबार की रोक की मांग की जायेगी.
युवाओं की मांग है कि जिले में फैल रहे स्मैक का काला कारोबार परवान चढ़ रहा है, युवा पीढ़ी को स्मैक बेचने और इसका उपयोग करने की लत लग गई है, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से प्रभावी कार्रवाई के अभाव में इस अवैध धंधे पर लगाम नहीं लग पा रही.ऐसे में शहरों से लेकर गांवों तक स्मैक के धंधे का जाल फैल गया है.युवक इस नशे के आदि हो गए हैं.
नशे की पुडिया २००-३०० से लेकर ५०० रुपए तक अलग-अलग मात्राओं में बिक रही है, गरीब-मजबूर एवं किसानों के पुत्र इसकी चपेट में आ रहे हैं.जिससे ऐसे परिवारों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है.नशे की लत के चलते युवा चोरी-लूट जैसे अपराधों में भी संलिप्त होते जा रहे हैं.इससे जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ रहा है और वे चिंतित हैं.
युवाओं का आरोप है कि इस अवैध धंधे की जानकारी पुलिस को भी होती है, लेकिन स्मैक का धंधा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती.स्मैक के धंधे में जुड़े आरोपी अन्य जिलों के स्मैक तस्करों से भी सीधा संबंध रखते हैं, जो यहां आपूर्ति करते हैं. लोगों का यह भी कहना था कि इस बारे में पूर्व मे विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से यह मांग उठाई जाती रही है, लेकिन उदासीनता के चलते प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाने से अब पूरे जिले में युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.
ऐसे में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा एक युद्ध स्मैक विरूद्ध जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. ज्ञापन में पुलिस-प्रशासन से जिले में विशेष अभियान चलाकर स्मैक के नशे का मूल रूप से नष्ट करने की मांग की गई है.इसी के साथ युवाओं सर्वसमाज के साथ साथ सभी संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी इस अभियान का फैसला किया है. और आगामी 17 सितंबर को जन आंदोलन में शामिल होने की अपील की है.