केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India, PFI) को लेकर बड़ा खुलासा किया है. ईडी ने बताया कि जांच के दौरान PFI का ISIS कनेक्शन सामने आया है. PFI से जुड़े लोग नौजवानों को रेडिकलाइज्ड कर ISIS में शामिल करवा रहा था और उन्हें जिहाद के लिए अपनी जान देने तक के लिए उकसा रहा था.
ईडी की जांच में यह बात भी सामने आई है कि देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए PFI को विदेश से फंडिंग भी मिलती थी. संगठन को ये फंड चंदे, और हवाला के जरिए भारत में PFI से जुड़े लोगों तक पहुंचाया जा रहा था.
3 साल में खाते में जमा हुए 62 करोड़
जांच में यह बात भी सामने आई है कि PFI देश में धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने में लगा हुआ था. यह संगठन धार्मिक सौहार्द को खत्म कर देश में हिंसा फैलाने और दंगों के लिए माहौल तक तैयार कर रहा था. प्रवर्तन निदेशालय की जांच में ये बात भी सामने आई कि मई 2009 से मई 2022 तक PFI के 29 अकाउंट में करीब 62 करोड़ रुपये जमा कराए गए, जिनमे से 32 करोड़ से अधिक पैसा कैश में जमा कराया गया था.
भारत में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों की जांच में यह बात भी सामने आई कि PFI के संबंध खाड़ी देशों में भी रहे हैं. वहां पर संगठन से जुड़े हजारों एक्टिव मेंबर्स थे जो PFI के लिए फंड एकत्र किया करते थे और इनका इस्तेमाल देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाना था. PFI से जुड़े लोग रेडिकलाइज्ड कर नौजवानों को ISIS में शामिल करवाने की कोशिश में लगे थे और उन्हें जिहाद के नाम पर जान देने तक के लिए उकसाया जा रहा था.
हवाला से जरिए भेजा जा रहा था पैसा
ईडी ने अपनी जांच में बताया कि PFI पर बैन लगने के बाद SDPI नाम से पॉलिटिकल विंग को एक्टिव कर दिया गया. PFI और SDPI गल्फ देशों में IFF-ISF यानी इंडियन फर्टेनिटी फोरम और इंडियन सोशल फोरम नाम की 2 संस्थाओं के जरिए वहां से फंड एकत्र कर भारत में गैर कानूनी तरीके से हवाला के जरिए भेज रही थी.
हैरान करने वाली बात ये है कि SDPI में भी ज्यादातर मेंबर वही थे जो PFI में थे. ई अबु बकर, और पी. कोया (पहले आतंकी संगठन सिमी से जुड़ा हुआ था) इनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं. कुछ साल पहले ED की ओर से किए गए रेड से यह खुलासा हुआ था कि SDPI को PFI द्वारा ही कंट्रोल किया जा रहा था. मतलब यह है कि PFI का मुखोटा SDPI है जिसे लेकर जांच एजेंसियां लगतार तफ्तीश में जुटी हुई हैं.