उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण से जुड़े एक बड़े मामले में गिरफ्तार हो चुके जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के नेटवर्क की परतें खुलती जा रही हैं. इस केस में मोहम्मद अहमद खान नामक एक शख्स की तलाश तेज हो गई है. मोहम्मद अहमद खान को छांगुर बाबा का बेहद करीबी और गैंग का फाइनेंशियल मैनेजर माना जा रहा है. वह छांगुर बाबा राईट हैंड कहलाता है.
मोहम्मद अहमद खान का आतंकी कनेक्शन
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद अहमद खान सिर्फ अवैध धर्मांतरण ही नहीं, बल्कि संगठित अपराध और आतंकी गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभाता रहा है. वह छांगुर बाबा के तमाम आर्थिक लेन-देन और धर्मांतरण फंडिंग का संचालन करता है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
कई जिलों में छापेमारी
यूपी एटीएस, लखनऊ और बलरामपुर पुलिस की टीमें लगातार आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अब तक उसे पकड़ नहीं जा सका है. पुलिस का कहना है कि आरोपी अक्सर अपना ठिकाना बदलता रहता है, जिससे उसकी गिरफ्तारी कठिन हो गई है.
कई गंभीर धाराओं में दर्ज हैं मुकदमे
बलरामपुर निवासी मोहम्मद अहमद खान के खिलाफ प्रदेश के कई जिलों में धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों से संपत्ति कब्जाने, और भूमाफिया गतिविधियों से जुड़े कई मामले दर्ज हैं. यह सभी गतिविधियां कथित तौर पर धर्मांतरण के नेटवर्क को मजबूत करने के लिए की जाती थीं.
पुणे में 100 करोड़ की संपत्ति
सूत्रों के अनुसार, आरोपी खान ने महाराष्ट्र के पिंपरी (पुणे) इलाके में करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति खड़ी कर रखी है. यहां कथित तौर पर एक कट्टरपंथी ट्रेनिंग कैंप भी संचालित होता है, जहां धर्मांतरण के लिए लोगों को उकसाया जाता है और उन्हें कट्टर इस्लामी विचारधारा का प्रशिक्षण दिया जाता है.
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. मोहम्मद अहमद खान की गिरफ्तारी को लेकर जल्द ही बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है. एजेंसियों का मानना है कि खान की गिरफ्तारी से धर्मांतरण रैकेट और आतंकी फंडिंग के नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सकेगा.
कोठी पर चला बुलडोजर
मालूम हो कि छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया. कोठी अवैध रूप से बनाई गई थी. कोठी में छांगुर बाबा अपने सहयोगियों के साथ रहता था. वह यहीं से धर्मांतरण का रैकेट चलाता था. इसके अलावा कई संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दिया जाता था.
जिस कोठी को गिराया गया उसमें आज तक की टीम को कई सामान दिखे. छांगुर बाबा सिर्फ विदेशी सामान का इस्तेमाल करता था. उसका सामान दुबई से आता था. छांगुर बाबा ने कोठी के अंदर एक सीक्रेट रूम बना रखा था, वही सीक्रेट रूम जहां पर धर्मांतरण की शिकार बनी लड़कियों को रखा जाता था.