तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के शमशाबाद स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा होते-होते टल गया. आज (शुक्रवार) को एअर इंडिया का एक विमान हैदराबाद से मुंबई जा रही थी. तभी विमान में तकनीकी खराबी सामने आई और पायलट ने विमान को टेकऑफ से पहले ही रनवे पर रोक दिया.
पायलट की ओर से समय पर की गई कार्रवाई की वजह से संभावित खतरा टल गया और सभी यात्री सुरक्षित हैं. एअर इंडिया की टीम ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों के लिए दूसरी विमान की व्यवस्था कराई और उससे यात्रियों को मुंबई भेजा.
12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया का विमान AI-171 दुर्घटना का शिकार हो गया था. शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, विमान का दोनों इंजन फेल हो गया और विमान पास में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के एक इमारत से जाकर टकरा गई. इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई. साथ ही साथ बीजे मेडिकल कॉलेज जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां के 22 लोग भी इस हादसे के शिकार हो गए.
शवों की पहचान करने के लिए डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल (डीएनए) प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया. अब तक हादसे में मारे गए 231 शवों की पहचान डीएनए सैंपल के जरिए हो गई है और 210 शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है.
इस विमान हादसे में ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश की ही जान बच सकी. रमेश का जिंदा बचना अविश्वनीय है. क्योंकि प्लेन में सवार अन्य 241 लोगों की मौत हो गई और वह बस अकेले यात्री बचे.
बता दें कि गुरुवार को एअर इंडिया ने कहा था कि वह 21 जून से 15 जुलाई के बीच प्रति सप्ताह 38 इंटरनेशनल उड़ानों में कटौती करेगा और तीन विदेशी मार्गों पर सेवाएं निलंबित करेगा.