‘दुकानदारी’ टिप्पणी के बाद पीयूष गोयल का बड़ा कदम, स्टार्टअप्स के लिए हेल्पलाइन शुरू…

बीते दिनों कुछ स्टार्टअप्स (Startups) को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा था कि, ‘क्या हमें आइसक्रीम या चिप्स बनाना है? दुकानदारी ही करना है.’ अब उन्होंने कहा है कि, ‘मैं स्टार्टअप इंडिया (Startup India) पहल के तहत एक हेल्पलाइन डेस्क शुरू करने जा रहा हूं.’ इसके जरिए स्टार्टअप्स अपने सुझाव दे सकेंगे और अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे.

Advertisement

‘हेल्पलाइन पर शिकायत या सुझाव दे सकेंगे’
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शनिवार को भारतीय स्टार्टअप्स (Indian Startups) के लिए एक हेल्पलाइन डेस्क की घोषणा की, ताकि यदि उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या आती है या वे सरकार को किसी भी तरह का सुझाव देना चाहते हैं या फिर अपनी शिकायतें दर्ज कराना चाहते हैं, तो वे इस हेल्पलाइन डेस्क का उपयोग कर सकेंगे. इस Helpline का ऐलान केंद्रीय मंत्री ने कई स्टार्टअप्स के फूड डिलीवरी और सट्टेबाजी, फैंटसी स्‍पोर्ट्स ऐप पर फोकस करने के संबंध में दिए गए अपने दुकानदारी वाले बयान के बाद किया है.

सभी स्टार्टअप्स के लिए सुविधा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्टार्टअप महाकुंभ कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि यह हेल्पलाइन देश भर के किसी भी स्टार्टअप के लिए सुझाव देने या शिकायत दर्ज कराने के लिए खुली रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर स्टार्टअप्स को पता चले कि कोई भ्रष्टाचार में लिप्त है या कोई रिश्वत मांग रहा है, तो वे सीधे इस हेल्पलाइन का उपयोग कर सकते हैं. पीयूष गोयल के मुताबिक, ‘यदि आपको लगता है कि आपने कुछ भी गलत नहीं किया है और कानून के दायरे में काम किया है, तो आप हेडलाइन के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं.’

उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी आपको परेशान करता है या आप कानूनों में किसी बदलाव के संबंध में कोई सुझाव देना चाहते हैं या किसी ऐसे उत्पाद या तकनीक को चिह्नित करना चाहते हैं जो भारत के कानूनी दायरे में नहीं आता है, तो आप उस हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं.

गोयल ने की थी ये टिप्पणी
अब बताते हैं कि आखिर कुछ स्टार्टअप्स की पीयूष गोयल ने किस तरह से आलोचना की थी. तो बीते गुरुवार को उन्होंने भारत के स्‍टार्टअप इकोसिस्‍टम पर बात करते हुए कहा था कि देश में कई स्‍टार्टअप फूड डिलीवरी और सट्टेबाजी, फैंटसी स्‍पोर्ट्स ऐप पर ज्‍यादा फोकस कर रहे हैं, जबकि चीन में EV, बैटरी टेक्‍नोलॉजी, सेमीकंडक्‍टर और AI पर काम कर रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या देश तकनीकी प्रगति के लिए प्रयास करने के बजाय कम वेतन वाली गिग जॉब से संतुष्ट है.

यही नहीं केंद्रीय मंत्री ने पूछा था कि, ‘क्या हमें आइसक्रीम या चिप्स बनाना है? दुकानदारी ही करनी है.’ उन्होंने स्टार्टअप्स को लेकर आगे कहा था कि क्या हम डिलीवरी बॉय और गर्ल्स बनकर खुश रहेंगे? क्या यही भारत की नियति है… यह स्टार्टअप नहीं है. भारतीय स्टार्टअप्स को वास्तविकता की जांच करने की आवश्यकता है. आज भारत के स्टार्टअप क्या हैं? हालांकि, गोयल की टिप्पणी की उद्योग जगत के कई नेताओं ने आलोचना की थी.

Advertisements