उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बुलडोजर एक्शन (Varanasi Bulldozer Action) जारी है. कचहरी इलाके में एक फिर बाबा का बुलडोजर चला. इस दौरान बचे करीब 25 मकानों पर बुलडोजर कार्रवाई हुई है. पूर्व ओलंपियन खिलाड़ी के पुश्तैनी मकान में रह रहे लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध किया. घर के लोगों ने कहा कि घर में शादी है और 30 अक्टूबर तक हाईकोर्ट ने स्टे लगा रखा है. इसके बावजूद हमारे घर तोड़े जा रहे हैं. सरकार और अधिकार अपनी मनमानी कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि हमने एक दिन की टाइम मांगा लेकिन नहीं दिया गया, हमारे सपनों पर बुलडोजर चला दिया गया.
करीब 50 दिन बाद वाराणसी में बाबा का बुलडोजर फिर से गरज रहा है. वाराणसी के संदहा से कचहरी की तरफ जाने वाली सड़क 300 मीटर चौड़ी होनी है. इसके लिए पीडब्ल्यूडी की टीम ने आज फिर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की. आज 25 बचे हुए मकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू हुई. लोगों ने इसका विरोध किया लेकिन बुलडोजर की कार्रवाई नहीं रूकी. इस दौरान करीब दो घंटे तक इलाके में बुलडोजर गरजा. एक अधिकारी ने कहा कि 9 लोगों में से 6 लोगों ने मुआवजा ले लिया है.
25 मकानों पर गरजा बुलडोजर
बीते दस अगस्त को बुलडोजर से 35 मकानों को ध्वस्त कर दिया गया था. इन मकानों का मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है. बचे 25 मकान के ध्वस्तीकरण को लेकर लोग और प्रशासन आमने-सामने हैं. स्थानीय लोगों में कार्रवाई को लेकर भारी आक्रोश है. मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और आरआरएफ के जवान मौजूद रहे. कार्रवाई के दौरान कई लोग प्रशासनिक अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते दिखे.
लोगो में भारी गुस्सा
वहीं मरहूम पद्मश्री मोहम्मद शाहिद का मकान आधा तोड़ा गया. मोहम्मद शाहिद के भाई ने कहा कि जब ऑन पेपर बंटवारा हुआ नहीं तो कौन सा हिस्सा किस भाई का है ये जाने बिना वो घर कैसे तोड़ दिए. एडीएम सिटी आलोकवर्मा ने कहा कि 9 में से 6 लोगों ने मुआवजा ले लिया हमने उनका हिस्सा गिराया है.