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PM Modi in Poland: ये युद्ध का युग नहीं, हम शांति की बात करते हैं, वारसॉ में बोले PM मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी पोलैंड दौरे पर हैं. बुधवार शाम वो पोलैंड की राजधानी वारसॉ पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. पोलैंड के डिप्टी पीएम स्टैनिस्लाव जानुस्ज ने एयरपोर्ट पर पीएम का स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने नवानगर स्मारक के जाम साहब पर और मोंटे कैसिनो की लड़ाई के स्मारक और कोल्हापुर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित किया. इसके बाद पीएम मोदी ने पोलैंड में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. पोलैंड में पांच हजार से अधिक छात्र और कुल मिलाकर 25,000 भारतीय रहते हैं.

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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में क्या कहा:

  • पीएम मोदी ने कहा कि सभी लोग पोलैंड के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं. सबकी अलग-अलग भाषाएं हैं, बोलियां हैं, खान-पान है, लेकिन आप सभी भारतीयता के भाव से जुड़े हुए हैं. आपने यहां इतना शानदार स्वागत किया है, मैं आप सभी का, पोलैंड की जनता का इस स्वागत के लिए बहुत आभारी हूं.
  • पिछले एक हफ्ते से भारत की मीडिया में पोलैंड के लोग छाए हुए हैं. पोलैंड के विषय में भी बहुत कुछ बताया जा रहा है. मीडिया में बताया जा रहा है कि 45 साल भारत का कोई पीएम पोलैंड आया है.
  • पीएम ने कहा कि World War II के दौरान, जब पोलैंड मुश्किलों से घिरा हुआ था, जब पोलैंड की हजारों महिलाएं और बच्चे शरण के लिए जगह-जगह भटक रहे थे, तक जाम साहब, दिग्विजय सिंह रणजीत सिंह जाडेजा जी आगे आए. उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए एक विशेष कैंप बनवाया था और उन्होंने कैंप की महिलाओं और बच्चों से कहा था कि जैसे जामनगर के लोग मुझे बापू कहते हैं, वैसे मैं आपका भी बापू हूं.
  • जिनको कहीं जगह नहीं मिली उनको भारत ने अपनी जमीन और दिल दोनों जगह स्थान दिया है. ये भारत की संस्कृति है. हमें गर्व है कि अन्य देश भारत को विश्व बंधु कहकर संबोधित करते हैं.
  • पीएम मोदी ने कहा कि पोलैंड के 20 युवाओं को भारत आने के लिए हम हर साल आमंत्रित करेंगे. इसके लिए भारत जाम साहब यूथ मेमोरियल प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है.
  • दुनिया के किसी भी देश में संकट आए तो भारत पहला ऐसा देश होता है जो मदद का हाथ बढ़ाता है. जब कोरोना आया तो भारत ने कहा कि ‘ह्यूमैनिटी फर्स्ट’. भारत बुद्ध की विरासत वाली धरती है और जब बात बुद्ध की आती है तो हम युद्ध की नहीं शांति की बात करते हैं. भारत का पक्ष एकदम साफ है कि ये युग युद्ध का नहीं है.
  • 21वीं सदी का भारत अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. आज दुनिया, भारत को उन खूबियों के कारण जानती है, जिसे भारतीयों ने दुनिया के सामने साबित किया है.
  • कुछ दिन पहले ही पोलैंड के लोगों ने यहां आजादी का उत्सव मनाया है. आजादी के आंदोलन के समय हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने समृद्ध भारत का सपना देखा था, आज हर भारतीय उस सपने को साकार करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा है. भारत ने लक्ष्य तय किया है, भारत 2047 तक खुद को विकसित बनाने का संकल्प लेकर चल पड़ा है.
  • भारत ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ तो है ही इसके साथ ही भारत पार्टिसिपेट और वाइब्रेंट डेमोक्रेसी भी है. भारत के लोगों का डेमोक्रेसी पर अटूट भरोसा है. ये भरोसा हमने हाल के चुनावों में भी देखा है. ये इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव था.
  • भारत जो भी करता है नया रिकॉर्ड बन जाता है. भारत ने 100 से ज्यादा सैटेलाइट एक साथ लॉन्च किए थे. ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
  • भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने से ज्यादा दूर नहीं है. मैंने देश की जनता को वादा किया है, मेरे तीसरे टर्म में भारत तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनेगा.
  • पीएम ने कहा कि दो दिन बाद यानी 23 अगस्त को National Space Day है. इसी दिन भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल पर अपना चंद्रयान उतारा था. जहां कोई देश नहीं पहुंच पाया, वहां भारत पहुंचा है और उस स्थान का नाम है- शिवशक्ति.

250 मिलियन लोग गरीबी से बाहर आए: PM

पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 10 सालों में भारत में 250 मिलियन लोग गरीबी से बाहर आए हैं. ये संख्या ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी की कुल आबादी से भी ज्यादा है. पिछले 10 सालों में गरीबों के लिए 40 मिलियन पक्के घर बनाए गए हैं. इसके अलावा, हम 30 मिलियन घर बनाने जा रहे हैं. हमने ‘Financial Inclusion’ को अगले स्तर पर पहुंचा दिया है. 500 मिलियन जन धन बैंक खाते खोले गए हैं. ये यूरोपीय संघ की कुल आबादी से भी ज़्यादा है.

पीएम मोदी से पहले कौन PM गया पोलैंड ?

पीएम मोदी से पहले 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने पोलैंड का दौरा किया था और ऐसा करने वाले वह आखिरी प्रधानमंत्री थे. इनसे पहले प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू ने 1955 और इंदिरा गांधी ने 1967 में पोलैंड की यात्रा की थी. पीएम मोदी का ये दौरा तब हो रहा है, जब भारत और पोलैंड के राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे हो रहे हैं. भारत और पोलैंड के राजनयिक संबंध में 1954 में स्थापित हुए थे.

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