Chief Election Commissioner: कानून मंत्रालय की ओर से नये मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के चयन के लिए 17 फरवरी 2025 को तीन सदस्यीय कमेटी की बैठक बुलाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चयन कमेटी की बैठक में शामिल होंगे. मौजूदा CEC राजीव कुमार का कार्यकाल 18 फरवरी को खत्म हो रहा है.
2022 में हुई थी राजीव कुमार की नियुक्ति
मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्त (नियुक्ति, सेवा शर्तें और कार्यालय की अवधि) अधिनियम, 2023 के प्रावधानों को पहली बार सीईसी की नियुक्ति के लिए लागू किया जा रहा है. राजीव कुमार को मई 2022 में मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था. उनके नेतृत्व में चुनाव आयोग ने 2024 में लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक कराया. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में एक दशक से अधिक समय बाद शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव भी उनके नेतृत्व में हुए.
बताया था रिटायरमेंट प्लान
लोकसभा चुनाव के बाद इस साल महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराए गए. साल 2023 में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की देखरेख में कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव कराए गए थे. जनवरी 2025 में दिल्ली चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए राजीव कुमार ने अपने रिटायरमेंट प्लान के बारे में बताया था. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि 13-14 सालों से काम के चलते उन्हें समय नहीं मिल पाया. अब वह रिटायर होने के बाद चार-पांच महीनों के लिए हिमालय में जाएंगे और वहां एकांत में मेडिटेशन करेंगे.
राजीव कुमार के कार्यकाल के दौरान विपक्ष ने उठाए सवाल
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कार्यकाल के दौरान कई विपक्षी नेताओं ने शिकायतें भी कीं. विपक्ष (खासकर कांग्रेस) ने चुनाव आयोग पर सत्तारूढ़ बीजेपी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए ईवीएम पर सवाल उठाया था. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बुधवार को कहा था कि चुनाव डेटा प्रणाली मजबूत है और इसमें कुछ भी गलत नहीं हो सकता है.