जैन धर्म के कार्यक्रम में बिना जूते पहने पहुंचे पीएम मोदी, बोले- नवकार महामंत्र आस्था का केंद्र

PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (9 अप्रैल, 2025) को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित नवकार महामंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए. पीएम इस कार्यक्रम में पहुंचे तो उस दौरान उनके पैरों में जूते नहीं थे, प्रधानमंत्री सिर्फ सफेद मोजे में नजर आ रहे थे. पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में शामिल लोगों के साथ नवकार महामंत्र का जाप भी किया.

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प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में संबोधन के दौरान नवकार महामंत्र को आस्था का केंद्र बताते हुए कहा कि इसका महत्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं बल्कि यह हर व्यक्ति का आत्म-सुधार और समाज की ओर मार्गदर्शन भी करता है. उन्होंने कहा कि नवकार महामंत्र सिर्फ मंत्र नहीं है ये हमारी आस्था का केंद्र है. हमारे जीवन का मूल स्वर और इसका महत्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है. ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है, जन से जग तक की यात्रा है. इस मंत्र का प्रत्येक पद ही नहीं बल्कि प्रत्येक अक्षर अपने आप में मंत्र है.

‘शत्रु बाहर नहीं है बल्कि हमारे भीतर ही होते हैं’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नवकार मंत्र हमें अपने आप पर विश्वास करने की शिक्षा देता है. शत्रु बाहर नहीं है बल्कि हमारे भीतर ही होते हैं. नकारात्मक सोच, बेईमानी और स्वार्थ हमारे सबसे बड़े शत्रु हैं और इन पर विजय प्राप्त करना असली जीत है. जैन धर्म हमें खुद पर विजय प्राप्त करने की प्रेरणा देता है.

पीएम ने कहा कि नवकार महामंत्र का ये दर्शन विकसित भारत के विजन से जुड़ता है. मैंने लालकिले से कहा है विकसित भारत यानी विकास भी और विरासत भी. एक ऐसा भारत जो रुकेगा नहीं ऐसा भारत जो थमेगा नहीं. जो ऊंचाई छुएगा लेकिन अपनी जड़ों से नहीं कटेगा.

‘हमारी संस्कृति में नव का विशेष महत्व’
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं अभी भी नवकार महामंत्र की आध्यात्मिक शक्ति को अपने भीतर महसूस कर सकता हूं. कुछ साल पहले मैंने बेंगलुरु में एक सामूहिक जाप कार्यक्रम देखा था और आज मुझे वही अनुभव फिर से हुआ. मैं गुजरात में जन्मा हूं जहां जैन धर्म का प्रभाव हर गली में दिखाई देता है. बचपन से ही मुझे जैन आचार्यों का सानिध्य प्राप्त हुआ है.

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति में नव का विशेष महत्व है. नवकार महामंत्र एक मार्ग है ऐसा मार्ग जो इंसान को भीतर से शुद्ध करता है जो इंसान को सौहार्द की राह दिखाता है. नवकार महामंत्र सही मायने में मानव, ध्यान, साधना और आत्मशुद्धि का मंत्र है. हम जानते हैं कि जीवन के 9 तत्व हैं. ये 9 तत्व जीवन को पूर्णता की ओर ले जाते हैं इसलिए हमारी संस्कृति में नव का विशेष महत्व है.

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