लोकसभा चुनाव 2024 अपने अंतिम दौर में है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के तरफ से लगातार आरोप और प्रत्यारोप का खेल चल रहा है. विपक्ष की तरफ से लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना सधा जा रहा है. तो वहीं NDA गठबंधन के तरफ से खुद पीएम मोदी ने मोर्चा खोल रखा है.
प्रधानमंत्री मोदी लगातार देश भर में भ्रमण कर रहे हैं और चुनावी जनसभा में इंडी गठबन्धन के खिलाफ लगातार हमला बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में जनसभा को संबोधित किया. बाराबंकी के जनसभा में पीएम मोदी ने सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ जमकर हमला बोला है. अपने जनसभा में पीएम मोदी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी बाबुआ ने अपने नए बुआ की शरण ले ली है. जो पश्चिम बंगाल में रहती है। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने बहुजन समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था. गठबंधन के दौरान अखिलेश ने मायावती का पैर छुआ था और उन्हें अपना हुआ कहा था. 2019 का चुनाव परिणाम सपा – बसपा गठबंधन के पक्ष में नहीं आया इसके बाद अखिलेश और मायावती के संबंध में खटास आ गई. प्रधानमंत्री मोदी ने अखिलेश के 2019 में मायावती को हुआ कहे जाने वाले बयान को लेकर बाराबंकी के जनसभा में तंज कसा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी की गठबंधन सत्ता में आती है तो राम मंदिर पर बुलडोजर चलवा देगी.
उत्तर प्रदेश से लोकसभा के लिए सबसे ज्यादा सांसद चुने जाते हैं। राजनीति में पुरानी कहावत है कि जिसने यूपी जीत लिया उसको दिल्ली में सरकार बनाने में कठिनाई नहीं होती है. राम मंदिर का निर्माण उत्तर प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा है. भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को पूर्ण रूप से चुनावी फायदे के लिए भुनाना चाहती है. प्रधानमंत्री मोदी हो या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी या फिर भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेता कार्यकर्ता कोई भी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में राम मंदिर के मुद्दे को कैश करने से पीछे नहीं हट रहा है. 4 जून को देखना दिलचस्प होगा की क्या भगवान राम एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के चुनावी नैया को पार लगाते हैं या फिर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी का गठबंधन कोई चमत्कार करती है.