PM मोदी बीकानेर में होंगे, करणी माता मंदिर में दर्शन करेंगे, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार बॉर्डर इलाके में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गुरुवार यानी आज राजस्थान के बीकानेर जिले के दौरे पर जा रहे हैं. वे यहां पर पुनर्विकसित देशनोक (Deshnoke) रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे और 26 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है, जब बीकानेर से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भारतीय कार्रवाई में ध्वस्त किया था. ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा को एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है.

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क्या है शेड्यूल?

  • पीएम मोदी गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे बीकानेर के एयरफोर्स नाल एयरपोर्ट पहुंचेंगे.
  • देशनोक स्थित करणी माता मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे.
  • देशनोक से बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे.
  • 58 किलोमीटर लंबी चूरू-सादुलपुर रेल लाइन की आधारशिला रखेंगे.
  • तीन अंडरपास के निर्माण से जुड़ी परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, साथ ही कई राष्ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा और मजबूत करेंगे.
  • बीकानेर और नावा (डीडवाना कुचामन) में सौर परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, साथ ही राजस्थान के ऊर्जा ग्रिड को मजबूत करने के मकसद से ट्रांसमिशन सिस्टम और
  • बिजली से जुड़े अन्य कार्यों की भी आधारशिला रखेंगे.
    प्रधानमंत्री मोदी 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में 103 पुनर्विकसित ‘अमृत स्टेशनों’ का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे, जिन्हें 1100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. बयान में कहा गया है कि मंदिर वास्तुकला से प्रेरित, करणी माता मंदिर के पास स्थित पुनर्निर्मित देशनोक स्टेशन को बढ़ी हुई यात्री सुविधाओं के साथ तीर्थयात्रियों की भारी आमद की सेवा के लिए डिज़ाइन किया गया है.

रेल लाइन की आधारशिला

प्रधानमंत्री मोदी देशनोक से बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जिससे इस क्षेत्र में यात्री रेल संपर्क को बढ़ावा मिलेगा. बयान में कहा गया है कि 26 हजार करोड़ की परियोजनाएं रेलवे, सड़क, बिजली, जलापूर्ति और नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़ी हैं, जो राजस्थान और उसके बाहर बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं.

रेल इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट्स इस यात्रा का एक और अहम हिस्सा हैं. पीएम मोदी 58 किलोमीटर लंबी चूरू-सादुलपुर रेल लाइन की आधारशिला रखेंगे और सूरतगढ़-फलोदी (336 किलोमीटर), फुलेरा-डेगाना (109 किलोमीटर), उदयपुर-हिम्मतनगर (210 किलोमीटर), फलोदी-जैसलमेर (157 किलोमीटर) और समदड़ी-बाड़मेर (129 किलोमीटर) सहित कई पूर्ण हो चुकी विद्युतीकरण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. बयान में कहा गया है कि ये भारतीय रेलवे के 100 फीसदी विद्युतीकरण की दिशा में कदम का हिस्सा हैं, जिसका मकसद ज्यादा ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय स्थिरता हासिल करना है.

भारत-पाकिस्तान सीमा तक कनेक्टिविटी

ट्रांसपोर्ट सेक्टर में प्रधानमंत्री तीन अंडरपास के निर्माण से जुड़ी परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, साथ ही कई राष्ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा और मजबूत करेंगे. सात पूरी हो चुकी सड़क परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. 4,850 करोड़ रुपये से ज्यादा की संचयी लागत वाली इन पहलों से माल और लोगों की आवाजाही आसान होने के साथ-साथ भारत-पाकिस्तान सीमा तक कनेक्टिविटी बढ़ने, नागरिक यात्रा और सुरक्षा रसद को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

पीएम मोदी बीकानेर और नावा (डीडवाना कुचामन) में सौर परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, साथ ही राजस्थान के ऊर्जा ग्रिड को मजबूत करने के मकसद से ट्रांसमिशन सिस्टम और बिजली से जुड़े अन्य कार्यों की भी आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई 25 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे. बयान में कहा गया है कि ये प्रोजेक्ट्स हेल्थ सर्विस, जल आपूर्ति, बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी जैसे सेक्टर्स में फैली हुई हैं, जो क्षेत्र में समग्र विकास को बढ़ावा देंगी.

सेना ने जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय उड़ाया था

वहीं, पीएम मोदी नाल एयरबेस पर तैनात वायुसेना के जवानों से भी मुलाकात कर सकते हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने इसी एयरबेस को ड्रोन और मिसाइल से निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की थी. ऐसे में मोदी का यहां आना सुरक्षा और मनोबल दोनों का प्रतीक है.

 

 

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