डीडवाना-कुचामन : जन औषधि के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए 1 मार्च से 7 मार्च तक पूरे सप्ताह तक पूरे देश में ‘जन औषधि सप्ताह’ के रूप में मनाया जा रहा है , जिसका थीम “दाम कम – दवाई उत्तम” रखी गई है. सप्ताह के अंतिम दिन यानी 7 मार्च को ‘जन औषधि दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को एक और सौगात देंगे और देशभर में 200 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों का वर्चुअली शुभारंभ करेंगे.
प्रधानमंत्री जन औषधि सप्ताह में आयोजित हो रहे विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों के प्रति आमजन को जागरूक करने और जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के मकसद से भारत सरकार की ओर से देशभर में जन औषधि सप्ताह मनाया जा रहा है. इस दौरान फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया के निर्देशों पर डीडवाना – कुचामन जिले के जन औषधि केंद्रों पर भीं विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी सिलसिले में कुचामन के राजकीय जिला अस्पताल से एक जागरूकता रैली निकाली गई. जन औषधि केंद्र संचालक फार्मासिस्ट नेपाल सिंह ने बताया की वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर शकील अहमद और नर्सिंग अधीक्षक राधेश्याम कांसोटिया ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया.
रैली शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी और आमजन को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाओं के बारे में जानकारी दी गई. कुचामन के राजकीय जिला अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर वीके गुप्ता ने बताया की जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाली दवाइयां बाजार मूल्य से 50% से 90% तक सस्ती है, और सभी दवाइयां WHO GMP CERTIFIED &NABL TESTED होती हैं, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर कम दाम में उत्तम दवा मिलती है. डॉ वी के गुप्ता ने बताया कि 7 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में 200 जन औषधि केंद्रों का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे. इन्हीं 200 केंद्रों में से एक डीडवाना – कुचामन जिले के घाटवा गांव का प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र भी है जिसका इस मौके पर वर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
मरीज और उनके परिजन जता रहे पीएम मोदी का आभार
दूसरी और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजना शुरू करने पर मरीज और उनके परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. लोगों का कहना है कि इन केंद्रों पर दुर्लभ और असाध्य बीमारियों की दवाएं भी वाजिब कीमत पर उपलब्ध है ,जो कि पहले महंगे दामों में खरीदनी पड़ती थी और बड़े शहरों से मंगानी पड़ती थी.