उज्जैन: सिंहस्थ महाकुंभ 2028 की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में क्षिप्रा नदी किनारे बनने वाले 29 किलोमीटर लंबे घाटों का वर्चुअल भूमि पूजन करेंगे. इन नए घाटों के निर्माण पर 778.91 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह कार्यक्रम उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर के पास स्थित अंगारेश्वर महादेव मंदिर के स्थान पर आयोजित किया जाएगा.
अंगारेश्वर महादेव मंदिर का चयन
अंगारेश्वर मंदिर के पुजारी मनीष शर्मा बताते हैं कि “अंगारेश्वर महादेव महामंगल भूमिपुत्र हैं और इस स्थान का चयन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक खास संदेश देना चाहते हैं. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी समय-समय पर इस स्थान पर पूजन के लिए परिवार संग पहुंचते हैं.”
29 किलोमीटर घाट निर्माण कार्य का भूमि पूजन
कार्यक्रम को लेकर महापौर मुकेश टेटवाल ने बताया कि “विधायक अनिल जैन कालूहेडा, नगर निगम सभापति कलावती यादव और कलेक्टर के साथ मंगलवार को अंगारेश्वर महादेव मंदिर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. आगामी सिंहस्थ महापर्व के चलते 778.91 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 29 किलोमीटर घाट निर्माण कार्य का भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए स्थान तय हुआ है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार 31 मई को वर्चुअली लोकार्पण करेंगे. कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई, रंगरोगन और प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं.”
बैराज स्टॉप डैम का भी भूमि पूजन
31 मई को होने वाले इस कार्यक्रम के साथ-साथ 83.39 की लागत से बनने वाले बैराज स्टॉप डैम का भी भूमि पूजन किया जाएगा. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल में आयोजित लोकमाता देवी अहिल्याबाई नारी शक्ति कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच रहे हैं. लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती मनाई जानी है. हाल ही में उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा था लगभग 2 लाख महिलाएं इस कार्यक्रम में शामिल होंगी.