प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 दिन का अर्जेंटीना दौरा पूरा कर लिया है. पीएम मोदी की अर्जेंटीना यात्रा न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि भारत-लैटिन अमेरिका संबंधों में एक रणनीतिक मोड़ भी लेकर आई है. 1968 के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा है. पीएम मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत अर्जेंटीना के स्वतंत्रता सेनानी जनरल सैन मार्टिन को श्रद्धांजलि अर्पित कर की. इसके बाद राष्ट्रपति जेवियर मिलेई ने कासा रोसादा (राष्ट्रपति भवन) में उनका औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जुलाई को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की. इस बातचीत में रक्षा निर्माण, अंतरिक्ष तकनीक, सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, कृषि, व्यापार, आतंकवाद और खनिज संसाधनों जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा हुई. इस मुलाक़ात को भारत-अर्जेंटीना संबंधों के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
दोनों देशों की बाइलेटरल ट्रेड पर चर्चा
भारत और अर्जेंटीना के बीच कई प्रमुख क्षेत्रों को लेकर चर्चा हुई जिसमें व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र को लेकर दोनों नेताओं ने बाइलेटरल ट्रेड को बढ़ाने पर सहमति जताई. भारत ने अर्जेंटीना से भारत-मर्कोसुर अधिमान्य व्यापार समझौता (IMPTA)के विस्तार में सहयोग मांगा. कृषि और डेयरी प्रोडक्ट में बाजार पहुंच को बढ़ाने पर सहमति बनी. जिसे लेकर जल्दी ही जॉइंट वर्किंग ग्रुप ऑन एग्रीकल्चर की बैठक आयोजित की जाएगी.
स्वास्थ्य और फार्मास्युटिकल्स पर भारत ने अर्जेंटीना से क्या कहा?
दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई भारत ने अर्जेंटीना से अनुरोध किया कि भारतीय फार्मा कंपनियों को Annex II से Annex I में शिफ्ट किया जाए ताकि भारतीय दवाएं अर्जेंटीना में जल्दी और आसानी से मंजूरी पा सकें. अर्जेंटीना ने बताया कि जिन दवाओं को US FDA या यूरोपियन मेडिकल अथॉरिटी (EMA)की मंजूरी है, उन्हें फास्ट-ट्रैक इम्पोर्ट क्लियरेंस मिलती है. इसके साथ ही टेलीमेडिसिन, डिजिटल हेल्थ, और मेडिकल ट्रेनिंग में सहयोग पर भी सहमति हुई.
खनिज, ऊर्जा, रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग
अर्जेंटीना के शेल गैस के विशाल भंडार भारत के लिए रुचि के प्रमुख क्षेत्र के रूप में उभरे हैं. अर्जेंटीना लिथियम, कॉपर और रेयर अर्थ मिनरल्स में भी संपन्न है. भारत ने साफ किया कि वह अर्जेंटीना को ऊर्जा और खनिजों का भरोसेमंद भागीदार मानता है. अर्जेंटीना ने भारत द्वारा निर्मित रक्षा प्रणालियों में रुचि दिखाई है, 2007 में अर्जेंटीना ने पहला सैटेलाइट इसरो से लॉन्च किया था. अब दोनों देश सैटेलाइट विकास, लॉन्च सर्विस, एप्लिकेशन और क्षमता निर्माण में सहयोग करेंगे. पीएम मोदी ने भारत में उभरते प्राइवेट स्पेस स्टार्टअप इकोसिस्टम पर जोर दिया. दोनों देशों ने रक्षा तकनीक और क्षमता साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति दी.
PM मोदी और मिलेई की लंच डिप्लोमेसी में क्या-क्या चर्चा हुई?
पीएम मोदी और मिलेई की लंच डिप्लोमेसी में कई मुद्दों पर बातचीत हुई. पीएम मोदी ने बताया कि कैसे भारत के ड्रोन कृषि, दवा डिलीवरी, सीमा सुरक्षा और भूमि सर्वे में क्रांति लाई जा रही है. कैसे ड्रोन IUU फिशिंग रोकने और पावर ट्रांसमिशन लाइन मॉनिटरिंग में मदद कर सकते हैं. इसपर अर्जेंटीना ने खास दिलचस्पी दिखाई है. पीएम मोदी ने बताया कि भारत की ड्रोन दीदी योजना कैसे ग्रामीण महिलाओं को सशक्त कर रही है. UPI (Unified Payment Interface) के माध्यम से भारत में वित्तीय समावेशन और टैक्स कलेक्शन में जो क्रांति आई है, उसने अर्जेंटीना का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. राष्ट्रपति मिलेई ने इस प्रणाली को समझने के लिए अर्जेंटीना के केंद्रीय बैंक प्रतिनिधिमंडल को भारत भेजने की बात कही. पीएम मोदी ने अर्जेंटीना को इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) में शामिल होने का न्योता दिया जो कि जो शेर, बाघ, चीता, जगुआर जैसी प्रजातियों की रक्षा के लिए एक वैश्विक मंच है.
खेल, युवा और स्टार्टअप सहयोग
दोनों देशों में भारत की क्रिकेट और अर्जेंटीना की फुटबॉल विरासत को जोड़ते हुए खेल प्रबंधन, युवा एक्सचेंज और स्टार्टअप इनोवेशन में सहयोग पर सहमति बनी. भारत के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम की संभावनाओं पर भी चर्चा भी चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने माना कि भारत और अर्जेंटीना जैसे देश संसाधनों, तकनीक और ज्ञान का आदान-प्रदान कर ग्लोबल साउथ की आवाज बन सकते हैं. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मिलेई को भारत दौरे का निमंत्रण दिया और गुजरात के गिर के शेरों को देखने के लिए आमंत्रित किया.