जिला मुख्यालय से लगभग पांच किमी दूर ग्राम ओरमा के वार्ड-1 में स्थित तालाब पार में दो वर्ष पूर्व ग्रामीणों द्वारा जन सहयोग से शिव मंदिर और नंदी बैल की स्थापना की गई थी। 23 जुलाई की रात गांव के ही नरेंद्र निषाद पिता रामलाल निषाद ने मंदिर में तोड़फोड़ कर शिवलिंग, नंदी और अन्य पूजन सामग्री को तालाब में फेंक दिया। इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। ग्राम समिति, सरपंच और शिव भक्तों ने सिटी कोतवाली में आरोपित के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई।
थाना प्रभारी शिशुपाल सिन्हा के नेतृत्व में जांच और पूछताछ में आरोपित ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। थाना प्रभारी के अनुसार आरोपित नरेंद्र ने पुलिस और ग्रामीणों के सामने बताया कि शराब के नशे में होने के कारण वह मानसिक तनाव में था। उसने कहा कि उसकी और उसकी बहनों की शादी नहीं हो रही है, जिससे वह भगवान शिव से नाराज था और इसी गुस्से में उसने मंदिर में तोड़फोड़ की।