बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां मुजफ्फरनगर से भागकर आए एक प्रेमी-युगल की कहानी ने सभी को шॉक में डाल दिया। घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब लड़की ने दरवाजा खोला और उसके सामने प्रेमी ने अपनी पहचान बताई। प्रेमिका ने उसे देखा और चौंकते हुए कहा, “मैं फूफा हूं, दरवाजा खोलो…”। इसी क्षण एक साथ खत्म हो गया उनका बचपन का प्यार।
स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, प्रेमी-युगल मुजफ्फरनगर से भागकर बुलंदशहर आए थे। उनका इरादा शादी करने का था, लेकिन परिवार और सामाजिक दबावों के चलते यह कदम खतरनाक साबित हुआ। घटना के बाद प्रेमिका की हत्या कर दी गई और प्रेमी फरार हो गया। पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और युवकों के रिश्तेदारों को सूचित किया। जांच में पता चला कि मृतक युवती और प्रेमी के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे, लेकिन परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया। इस तनाव ने प्रेमी-युगल को भागने के लिए मजबूर कर दिया।
जांच अधिकारी बताते हैं कि इस घटना के पीछे आपसी कलह, पारिवारिक दबाव और समाजिक मान्यताएं प्रमुख कारण रही हैं। पुलिस ने कहा कि वे दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और घटना में शामिल सभी व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि ऐसी हिंसक घटनाएं समाज के लिए खतरे का संकेत हैं। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और प्रेम संबंधों के मामलों में संवेदनशीलता दिखाने की अपील की।
इस घटना ने बुलंदशहर और आसपास के क्षेत्रों में एक बार फिर से सामाजिक और कानूनी मुद्दों को उजागर किया है। प्रेम और परिवार के बीच संघर्ष का यह मामला दिखाता है कि गलतफहमियों और दबावों के कारण युवा जीवन के अनमोल रिश्ते भी खतरे में पड़ सकते हैं।