राजस्थान के जयपुर में पुलिस और युवक के बीच शुक्रवार को झड़प हो गई. जिसके बाद आक्रोशित युवक पुलिस की गाड़ी के बोनट पर जाकर बैठ गया. आरोप है कि सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी ने सिख युवक की पिटाई करते हुए पगड़ी उछाल दी. इसके बाद तनाव बढ़ गया और मौके पर बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग सड़कों पर उतर आए. देखते ही देखते माहौल बिगड़ने पर कहासुनी के बाद झगड़ा हो गया और इस दौरान युवक ने भी सादे ड्रेस में आए पुलिसकर्मी को थप्पड़ मार दिया. वहीं, मामला बिगड़ता देख अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया.
शराब ठेकों पर कार्रवाई के दौरान हुआ बवाल
पूरा मामला जयपुर के गोपालपुरा बाईपास का है. शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे सादे वर्दी में शराब के ठेकों पर कार्रवाई के लिए पुलिस पहुंची थी. इस दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा, लेकिन कैफे मालिक उसको बचाने के लिए पुलिस से ही भीड़ गया. जिसके बाद एक सिविल ड्रेस पुलिसकर्मी की कैफे संचालक से कहासुनी हो गई. इस दौरान उसका दोस्त बीच बचाव करने आया तो वो भी पुलिस से भीड़ गया और देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई.
इस दौरान झड़प में सिख युवक की पगड़ी नीचे गिर गई. लेकिन युवक का आरोप है कि सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी ने कैफे पर फ्री में कॉफी की डिमांड की. मना करने पर पुलिसकर्मी ने थप्पड़ मार दिया. इसके बाद उसकी पगड़ी नीचे पटक दी और बंदूक निकालकर उसको धमकी भी दी गई. ऐसे में सिख युवक के साथ हुई बदतमीजी के चलते सिख समाज विरोध में उतर आया और धार्मिक भावनाओं का अपमान करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने लगा.
एसीपी ने समझा कर मामला कराया शांत
इसकी सूचना जैसे ही मालवीय नगर एसीपी आदित्य पूनिया को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद उन्होंने लोगों को समझा कर स्थिति को कंट्रोल किया. ACP आदित्य पूनिया ने बताया कि अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिविल ड्रेस में सब इंस्पेक्टर गए थे. इस दौरान मौके पर पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा तो उसके बीच बचाव में एक युवक आ गया. जिसके बाद झड़प हो गई. युवक का आरोप था कि उसके साथ अभद्रता कर मारपीट की गई. जबकि जिस व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया उल्टे वो उसको छुड़ाने के लिए पुलिस से भीड़ गया. घटना के बाद मौके पर शांति है और किसी तरह की कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.