प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच हाल ही में महत्वपूर्ण बातचीत हुई। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के साथ-साथ वैश्विक सुरक्षा, व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे विषयों पर चर्चा की। खास तौर पर यूक्रेन संकट, अंतरराष्ट्रीय शांति और ऊर्जा सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और इटली के बीच के रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार, तकनीकी और निवेश के क्षेत्र में मजबूत साझेदारी भविष्य में दोनों देशों की अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी होगी। इटली की प्रधानमंत्री ने भी इस बात पर सहमति जताई और भारत के साथ आपसी सहयोग बढ़ाने के इच्छुक होने का संकेत दिया।
यूक्रेन संकट को लेकर दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति और मानवीय स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने युद्धग्रस्त क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाने और शांति बहाल करने के उपायों पर चर्चा की। इसके साथ ही ऊर्जा सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता पर भी ध्यान दिया गया, क्योंकि यह दोनों देशों की आर्थिक और सामरिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। भारत और इटली के बीच युवा और महिला सशक्तिकरण, स्टार्टअप इकोसिस्टम और विज्ञान व प्रौद्योगिकी में सहयोग को आगे बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक के दौरान कई समझौतों और प्रस्तावों पर भी विचार विमर्श हुआ, जिनसे दोनों देशों के बीच आपसी हितों की रक्षा और विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री मेलोनी ने बैठक के अंत में सहयोग और संवाद को लगातार जारी रखने पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दोनों देशों का संयुक्त दृष्टिकोण महत्वपूर्ण साबित होगा। यह वार्ता भारत और इटली के बीच स्थायी मित्रता और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।