गुजरात के अहमदाबाद में 75 वर्षीय एनआरआई की हत्या की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में सुलझा दी है. मूल करमसद के रहने वाले कन्हैयालाल भावसार अपनी पत्नी वर्षाबेन के साथ सालों से कनाडा में स्थायी हुए थे, पर साल में कुछ दिन वह गुजरात में बिताते थे. इस साल भी जब वह अहमदाबाद आए थे तब घर पर अकेले थे. उनकी पत्नी उनके गांव करमसद गई हुई थीं. कन्हैयालाल को भी करमसद जाना था. लेकिन 13 जनवरी की रात को उन्होंने फोन नहीं उठाया. जिसकी वजह से वर्षाबेन ने पुलिस को शिकायत की.
पुलिस जब अहमदाबाद स्थित उनके आवास पर पहुंची तो कन्हैयालाल को मृत पाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला की उनकी गला दबाकर हत्या की गई थी. पुलिस ने जब फ्लैट के सीसीटीवी चेक किए तो पता चला कि दोपहर 3 बजे के बाद एक महिला जिसका नाम निलोफर है, घर पर आई थी.
जिसके बाद पुलिस ने जांच तेज की और देर रात तक बुजुर्ग के घऱ आने वाली महिला निलोफर व उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों मुंबई भागने की फिराक में थे. जोन-1 डीसीपी बलराम मीना ने बताया कि निलोफऱ मुंबई में डांस बार में काम करती थी, वहां डांस बार बंद होने के बाद वह अहमदाबाद आ गई थी और यहां किसी स्पा में काम करती थी.
शराब पिलाकर की गई थी हत्या
कन्हैयालाल जब भी कनाडा से अहमदाबाद आते, तब उसके स्पा में जाते थे और मसाज करवाते थे. कई बार वह निलोफर को घर पर ही मसाज के लिए बुलाते थे. जिसकी वजह निलोफऱ घऱ की स्थिति से वाकिफ थी. एनआरआई और पैसै वाले होने के कारण निलोफर ने अपने पति के साथ कन्हैयालाल को लूटने का प्लान बनाया था. लेकिन जब वह उनके घर पहुंची तो कन्हैयालाल को शक हो गया था. जिसकी वजह से निलोफर को प्लान बदलना पडा.
इसके बाद उसने पहले कन्हैयालाल को शराब पिलाकर बेहोश किया. फिर निलोफर का रिक्शा चालक पति कन्हैयालाल की गला घोंटकर हत्या कर दी और घर से जेवरात, तीन मोबाइल के साथ 3 लाख रुपये लेकर फरार हो गया. पुलिस ने दोनों के पास से लूटे गए जेवर को बेचने के बदले मिले पैसों को भी बरामद कर लिया है.