MP News: इंदौर में हुए विवाद के बाद एक आदिवासी युवक को जूते के फीते बांधने के लिए मजबूर करने वाले हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीसीटीवी कैमरे में आदिवासी पर हमले और गलत व्यवहार की घटना कैद हो गई थी. घटना के बाद से ही पुलिस को आरोपी की तलाश थी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आनंद यादव ने बताया कि आरोपी रितेश राजपूत ने रविवार सुबह भंवरकुआं थाना इलाके में वाहन चलाने के विवाद में एक आदिवासी व्यक्ति से मारपीट की थी.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजपूत का आपराधिक इतिहास रहा है और उसके खिलाफ लूट और मारपीट के कम से कम 10 मामले चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि रविवार की घटना को लेकर भारतीय न्याय संहिता (BNS) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एक नया मामला दर्ज किया गया. वहीं, जब पुलिसकर्मी आरोपी को घटनास्थल पर ले गए तो वह अपने कान पकड़े हुए बार-बार यह कहता हुआ दिखाई दिया कि उसने गलती की है. पुलिस ने इस दौरान गुंडे का जुलूस भी निकाला.
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी इस मामले को उठाया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव और देश के गृहमंत्री अमित शाह को टैग करते हुए कांग्रेस नेता ने ‘X’ पर लिखा, इंदौर के भंवरकुआं इलाके में सड़क पर ठीक से न चलने की बात पर एक आदिवासी युवक के साथ अकारण मारपीट की गई. बदमाश ने आदिवासी युवक की पिटाई करने के साथ उससे अपने जूते के लैस भी बंधवाए. आश्चर्य है कि इस बदमाश पर दर्जनभर मुकदमें दर्ज हैं, फिर भी वो खुला घूम रहा था. इंदौर में पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद शहर में आपराधिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं. MP के गृहमंत्री का प्रभार CM के पास है और अब तो वे इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं. इसके बाद भी शहर में कानून व्यवस्था की हालत कैसी है, इसे समझा जा सकता है!”