भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने यूपी पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पुलिस अपराधियों के साथ मिलकर मुझे मरवाना चाहती है. फतेह बहादुर सिंह यूपी के पूर्व सीएम वीर बहादुर सिंह के बेटे हैं. वह 2007 से 2012 की बसपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
फतेह बहादुर सिंह ने कहा, ‘उनकी जान को खतरा है. स्थानीय पुलिस वाले अपराधियों के साथ मिलकर मुझे जान से मारना चाहते हैं. वे लोग एक करोड़ रूपये चंदा भी इसके लिए इकट्ठा कर चुके हैं. मैंने ये सारी बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बता दी है.’ बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि दस-बारह दिन हो गए, जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो हमने फिर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी. मेरे साथ कभी कोई हादसा हो सकता है.
फतेह बहादुर सिंह के बारे में जानिए
फतेह बहादुर सिंह कैम्पियरगंज से विधायक हैं. वह बसपा प्रमुख मायावती का करीबी रहे चुके हैं. बसपा सरकार में वह वन मंत्री रह चुके हैं. विधानसभा सत्र के दौरान वह मायावती के दाहिनी कुर्सी पर बैठे दिखाई देते थे. लेकिन वक्त के साथ हालात भी बदले और बसपा से कैबिनेट मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह की मायावती से दूरियां बढ़ गईं.
उन्होंने साल 2012 में एनसीपी के समर्थन से निर्दल टिकट पर कैम्पियरगंज से चुनाव लड़कर अपनी ताकत का अहसास कराया. बीजेपी का घर कहे जाने वाले कैम्पियरगंज में उन्होंने जीत हासिल कर अपना परचम लहराया. साल 2017 में बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया. फतेह बहादुर सिंह ने जीत हासिल कर न सिर्फ बीजेपी के शीर्ष नेताओं का विश्वास जीता, बल्कि योगी आदित्यनाथ का मान भी रखा. 2022 के चुनाव में उन्होंने सपा की काजल निषाद को हराया.
साल 2012 के चुनाव में कैंपियरगंज विधानसभा में बीजेपी चौथे नंबर पर थी. वहीं साल 2017 विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी ने फतेह बहादुर सिंह को टिकट दिया, तब रेकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज कर फतेह बहादुर सिंह ने चार नंबर पर रहने वाली बीजेपी को एक नंबर पर ला दिया. इस सीट पर फतेह बहादुर सिंह एक तरफा जीत दर्ज करते आए हैं. कहा तो ये भी जाता है कि यूपी में किसी भी पार्टी की सरकार हो उसमें फतेह बहादुर सिंह की अच्छी पैठ रहती है.