सीहोर में कथित धर्मांतरण की सूचना पर रविवार को पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित एक मकान पर छापेमारी की। यह सूचना सबसे पहले बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को दी थी।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मकान में प्रवेश करने से पहले ही वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी। मकान के अंदर एक पुलिसकर्मी समेत विभिन्न धर्मों के लोग प्रार्थना सभा में शामिल थे और वहां बाइबिल भी बरामद हुई।
मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ में यह सामने आया कि वे ईसाई धर्म और प्रभु यीशु मसीह के मार्ग का समर्थन करते हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को पूछताछ के लिए कोतवाली थाने ले जाकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिसकर्मी बोला- मैं पापी था पवित्र हो गया जांच के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि जिस प्रार्थना सभा पर धर्मांतरण का आरोप लगाया गया, उसमें स्थानीय अस्पताल की पुलिस चौकी में पदस्थ पुलिसकर्मी वीरेंद्र अहिरवार भी मौजूद था। वीडियो में वह यह स्वीकार करते हुए नजर आया कि वह प्रभु यीशु के कारण ही सुधरा है।
खुद को पुलिसकर्मी बता रहा वीरेंद्र कहने लगा कि प्रभु ईसा मसीह परमेश्वर का पुत्र है। हमारे पापों के लिए उसने कुर्बानी दी है। पहले मैं पहले रिश्वतखोरी करता था, कुकर्मी, शराबी और दिनों रात लड़की बाज करता था। माता-पिता को परेशान करता था, पत्नी को पीटता था। एक नंबर का व्यभिचारी था। मुझे प्रभु यीशु ने पापों से छुड़ाया, उद्धार दिया और पिछले 8 साल से मेरी पूरी जिंदगी उसने पलट दी। पाप से मुझे छुटकारा दे दिया। उसी प्रभु के प्रति मैं आराधना करने परिवार सहित आता हूं। प्रभु यीशु किसी का धर्म नहीं बदलता है, वो पापियों को पवित्र करता है। मैं पापी था उसने मुझे पवित्र कर दिया।
एक अन्य व्यक्ति प्रवेश मालवीय ने कहा कि हम यहां परमेश्वर की महिला करने के लिए आते हैं।
जब्बार खां करवा रहा था शांति की प्रार्थना बताया गया है कि जब धर्मांतरण की सूचना के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता उस मकान पर पहुंचे तो वहां उस समय जब्बार खां नाम का व्यक्ति हाथ में बाइबल लेकर हिंदू धर्मियों को शांति की प्रार्थना कर रहा था।