फूट-फूट कर रोए पुलिसकर्मी! कोतवाल योगेंद्र बहादुर की विदाई पर भावुक हुआ बलिया पुलिस बल

 

यूपी : बलिया में फ़फ़क-फ़फ़क कर रोते दिखे पुलिसकर्मी ये तस्वीर उस समय की है जब एक मामले में कोतवाली के कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह को एसपी ने लाइन हाज़िर कर दिया और आज उनकी कोतवाली से विदाई हो रही है.लंबे समय से थ्री स्टार इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर सिंह का पूरे शहर में दबदबा रहा.आज उनकी विदाई से कोतवाली और शहर के सभी चौकियों पर तैनात पुलिसकर्मी गमगीन दिखे.



ज्ञातव्य हो कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कुछ कार्यकर्ता 29 जुलाई को डीएम को जनमुद्दों से जुड़ी समस्या के बाबत ज्ञापन देना था.सुबह साढ़े 10 बजे डीएम को निजी विद्यालयों में मनमाने ढंग से फीस बढ़ोतरी और शिक्षा के व्यापारीकरण समेत कुल 8 सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ज्ञापन लेकर पहुंचे थे.

 

घण्टो इन्तेजार के बाद डीएम मंगला प्रसाद अपने कार्यालय पहुंचे आरोप है कि डीएम ने फ़टकार लगाते हुए कार्यालय से बाहर निकलवा दिया जिसके बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर परिसर में धरने पर बैठ गए, डीएम ने शहर कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह को इसकी सूचना दी जिसके बाद कोतवाल मौके पर पहुंच विद्यार्थी परिषद के धरनारत कार्यकर्ताओं को जबरिया धरना खत्म कर जाने को कहा इस दौरान कोतवाल और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई वही कोतवाल योगेंद्र बहादुर ने सख्त लहजे में कहा ‘धक्का देकर नही, घसीट कर ले चलेंगे’ जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

 

मामले ने तूल पकड़ा तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कोतवाल और डीएम के खिलाफ लामबंद हो गए. बारिश होती रही और धरना जारी रहा.घटना के दूसरे दिन 30 जुलाई को भी विद्यार्थी परिषद डीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठा रहा और कोतवाल योगेंद्र बहादुर को निलंबित करने की मांग पर अडिग रहा.

फिर क्या था जब सारे अधिकारी और भाजपा के नेता विद्यार्थी परिषद को समझाने में असफल हुए तो डीएम और एसपी को झुकना पड़ा.स्वयं डीएम और एसपी अपने कार्यालय से बाहर निकले और धरनारत विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से मिले। डीएम मंगला प्रसाद ने विद्यार्थी परिषद की मांगों को मान लिया वही एसपी ओमवीर ने कोतवाल योगेंद्र बहादुर पर कार्यवाही करते हुए लाइन हाज़िर दिया.

 

आप को बताते चले कि घटना के 24 घण्टे भी नही बीते और कोतवाल पर कार्यवाही करनी पड़ी या यूं कहें तो ABVP के सामने पूरे प्रशासन को झुकना पड़ा और इस तरह एक जनमुद्दे से जुड़े पत्रक ने कोतवाल को अपनी कुर्सी छोड़ने पर मजबूर कर दिया.

ABVP के मांग पर डीएम और एसपी की कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह के खिलाफ इस कार्यवाही से हर पुलिसकर्मी सदमें में है। इन सबके बीच आज इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर की कोतवाली से सभी पुलिसकर्मियों ने नम आंखों से विदाई की. इस दैरान कई पुलिसकर्मी इंस्पेक्टर को गले से लगाकर फ़फ़क-फ़फ़क कर रो पड़े जिसका वीडियो सुर्खियों में है और हर किसी के बीच चर्चा का विषय बना है सायद हर पुलिसकर्मी के लिए इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर सिंह का योगदान, उनकी कार्यशैली उनके लिए रीढ़ की हड्डी से कम न था.

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