बिहार के पटना जिले में वाहन निरीक्षण अभियान के दौरान पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये घटना शनिवार रात बिहटा इलाके में परेड ग्राउंड के पास हुई. पुलिसकर्मियों ने हथियारबंद लोगों को नियंत्रित करने के लिए आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, लेकिन इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ.
एक पुलिस आधिकारिक ने कहा है कि पुलिस ने निरीक्षण अभियान के दौरान कबाड़ ले जा रहे एक वाहन को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने गाड़ी नहीं रोकी. पुलिस की एक टीम ने तुरंत वाहन का पीछा किया. एक आवासीय इलाके में उसे जब्त कर लिया. अचानक स्थानीय लोगों ने हंगामा मचा दिया. वाहन को छुड़ाने की कोशिश करने लगे.
इस दौरान हथियारों से लैस कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में उन पर गोलियां चलाईं. इस घटना की सूचना मिलते ही आलाधिकारियों ने अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा. स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य लोगों की तलाश जारी है.
बताते चलें कि बिहार में पुलिस पर लगातार हमले हो रहे हैं. बीते दिन कटिहार के दंडखोरा थाने पर उत्तेजित भीड़ ने हमला कर दिया था. इस हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. उनको नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आत्मरक्षा में गोली चलाई थी.
एसपी वैभव शर्मा ने कहा था, “यह घटना शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को दंडखोरा थाने पर लोगों के एक समूह द्वारा शराबबंदी कानून के उल्लंघन के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति को छुड़ाने के उद्देश्य से हुई. भीड़ थाने के परिसर में घुस गई. ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगी. इसमें 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए.”
एसपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आत्मरक्षा में गोली चलाई. भीड़ गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को पुलिस लॉकअप से छुड़ा नहीं पाई. इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया है. साल 2016 में बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगाया था.