एमसीडी में एक बार फिर आम आदमी पार्टी का मेयर बना है. AAP उम्मीदवार महेश खींची चुनाव जीतकर मेयर बन गए हैं. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार किशन लाल को 3 वोटों से हराया है. दरअसल, गुरुवार को दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर पद का चुनाव हुआ. मेयर पद के लिए कुल 265 कुल वोट पड़े, जिनमें से 2 वोट अमान्य करार दे दिए गए जबकि 263 वोटों में से AAP उम्मीदवार महेश खींची को 133 वोट मिले और बीजेपी उम्मीदवार किशन लाल को 130 वोट मिले.
#WATCH | Newly elected Delhi mayor, Mahesh Kumar Khinchi says, "The challenge is to work in the service of the people of Delhi – the way Arvind Kejriwal has done the work for the people of Delhi… My priority will be to work for the cleanliness of the city." https://t.co/Ivx430Ckjb pic.twitter.com/1j00QxrFaJ
— ANI (@ANI) November 14, 2024
शैली ओबरॉय के बाद अब करोलबाग के देवनगर से पार्षद महेश खींची एमसीडी मेयर पद संभालेंगे. अभी तक मौजूदा मेयर शैली ओबेरॉय एक्सटेंशन पर थीं. अप्रैल 2024 में महापौर के चुनाव के वक्त बीजेपी और AAP ने प्रत्याशी घोषित कर दिया था, लेकिन पीठासीन अधिकारी तय करने वाली फाइल यह कहकर लौटा दी गई कि फाइल पर सीएम का रिकमेंडेशन नहीं है. नए मेयर चुने जाने तक मौजूदा मेयर को पद पर बने रहने के लिए कहा गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उस वक्त जेल में थे, लिहाजा वो रिकमेंडेशन नहीं कर पाए. तब से अप्रैल 2024 महापौर का चुनाव लंबित चल रहा था.
अप्रैल में होता है मेयर का चुनाव
दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव हर साल अप्रैल में होता है. दिसंबर 2022 में जब निगम के आम चुनाव हुए तो AAP ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद आप पार्षद डॉ. शैली ओबेराय फरवरी 2023 में महापौर बन गई थीं. वित्तीय वर्ष खत्म हुआ तो अप्रैल 2023 में हुए महापौर के चुनाव में फिर शैली ओेबेराय महापौर चुनी गईं. अप्रैल 2024 का महापौर चुनाव हो नहीं पाया. एमसीडी एक्ट के अनुसार महापौर पद पर पहला साल महिला पार्षद के लिए आरक्षित, दूसरा जनरल और तीसरा साल अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित होता है. आखिरी 2 साल फिर से जनरल श्रेणी के होते हैं.
कांग्रेस के 7 पार्षदों ने किया वोटिंग का बहिष्कार
चुनाव के दौरान कांग्रेस के 7 पार्षदों ने वोटिंग का बहिष्कार किया. पार्षदों के मतदान की अंतिम प्रक्रिया चल रही है, इससे पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी पहुंचे और वोट किया. हालांकि इस दौरान राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल भी गैर हाजिर रहीं.
इन पार्षदों ने किया वोटिंग का बहिष्कार
- मनदीप सिंह
- वेदपाल चौधरी
- अरीबा खान
- नाजिया दानिश
- समीर अहमद
- नाजिया खातून
- शीतल चौधरी