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कैलाश गहलोत पर मेहरबान हुई बीजेपी! AAP छोड़ने पर सौंपी गईं ये अहम जिम्मेदारी

आम आदमी पार्टी (आप) छोड़कर हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत पर बीजेपी ने काफी मेहरबानी दिखाई है. पार्टी में शामिल हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत के तुरंत बाद कैलाश गहलोत को दिल्ली विधानसभा चुनाव से संबंधित महत्वपूर्ण चुनाव कॉर्डिनेशन कमेटी का सदस्य बनाया गया है.

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कैलाश गहलोत को केवल इस महत्वपूर्ण कमेटी का सदस्य ही नहीं बनाया गया है, बल्कि आने वाले चुनाव के घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) बनाने वाली कमेटी में भी उन्हें शामिल किया गया है. यह कदम दिखाता है कि बीजेपी ने गहलोत को महत्वपूर्ण भूमिकाओं में तैनात करने की योजना बनाई है, जिससे उनके अनुभव और रणनीतिक कौशल का लाभ उठाया जा सके.

दरअसल, पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.

दिल्ली में बीजेपी निकालेगी परिवर्तन यात्रा

महाराष्ट्र में मिली जीत के तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नजरें दिल्ली विधानसभा चुनाव पर टिका दी हैं और इसकी तैयारियों का शंखनाद कर दिया है. दिल्ली बीजेपी ने घोषणा की है कि वह जल्द ही ‘परिवर्तन यात्रा’ निकालेगी, जो पार्टी के लिए चुनावी माहौल को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा. इस यात्रा का उद्देश्य दिल्ली के मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जागरूक करना और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती देना है.

पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने इस बार दिल्ली चुनाव में पूरी ताकत झोंकने का निर्णय लिया है, और परिवर्तन यात्रा इसी रणनीति का हिस्सा है. केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश मिलते ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने तेजी से काम करते हुए यात्रा को सफल बनाने के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी की अध्यक्षता पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को सौंपी गई है. कमेटी में कुल 9 सदस्य होंगे, जो इस यात्रा की सभी आवश्यक योजनाओं और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालेंगे.

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पहले ही शुरू कर दिया जनसंपर्क

हालांकि, यात्रा की शुरुआत में भाजपा फिलहाल थोड़ा पीछे नजर आ रही है. इसका मुख्य कारण यह है कि कांग्रेस ने पहले ही दिल्ली में ‘न्याय यात्रा’ का आरंभ कर दिया है. साथ ही, अरविंद केजरीवाल भी विभिन्न इलाकों में जाकर मतदाताओं को रिझाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा को अपनी रणनीति को और अधिक मजबूती देने की आवश्यकता होगी ताकि दिल्ली के मतदाताओं का समर्थन हासिल किया जा सके.

भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा’ का दिल्ली की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा और यह कितना सफल होगा, यह देखने योग्य होगा. लेकिन एक बात तय है कि यह चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प और अहम होने वाला है.

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