महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद आज मुंबई के एक होटल में शिवसेना शिंदे गुट के विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी शामिल हुए थे. बैठक में चार प्रस्ताव पारित किए गए. सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह था कि एकनाथ शिंदे को समूह का नेता नियुक्त करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. मंत्री उदय सामंत ने शिंदे को समूह का नेता नियुक्त करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया.
बैठक में पास एक प्रस्ताव में कहा गया है कि यह कोई संयोग नहीं है कि 27 महीने पहले शुरू हुआ महाराष्ट्र में एक संकल्प भारी जीत में बदल गया. पूरा महाराष्ट्र अनेक खट्टे-मीठे अनुभवों को पीछे छोड़ते हुए, आज एक नए युग की शुरुआत कर रहा है. हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में, पार्टी के प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे के कुशल नेतृत्व में महायुति ने ‘न भूतो न भविष्यति’ जीत हासिल की. महागठबंधन जीत की आवाज लंबे समय तक गूंजती रहेगी.
प्रस्ताव में कहा गया, अपमान और आरोप सभी पीछे छूटे
वहीं, एक अन्य प्रस्ताव में कहा गया है कि अपमान, अभिशाप, झूठे आरोप सब अब पीछे छूट गए हैं. आज सभी को लग रहा है कि हमारी शिवसेना का स्वर्ण युग शुरू हो गया है. इस शानदार सफलता का पूरा श्रेय हमारे नेता एकनाथ शिंदे को जाता है. आगे चलकर हम में से हर कोई महाराष्ट्र की विकास यात्रा में है. आज महाराष्ट्र हमें श्रमिकों के नेता, सामाजिक न्याय के पैरोकार, आर्थिक न्याय के वास्तुकार और आधुनिक महाराष्ट्र के सपने को साकार करने वाले दूरदर्शी नेता के रूप में देख रहा है. महागठबंधन की सफलता हमारे काम का प्रमाण है.
चुनाव में महायुति की बंपर जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को सामने आए. नतीजों में बीजेपी गठबंधन यानी महायुति को बंपर जीत मिली है. चुनाव में बीजेपी 132, शिवसेना 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी 41 सीटों पर जीत हासिल की है. इस तरह से देखें तो महायुति अपने दम पर 230 सीट लाने में सफल रही है जो कि बहुमत के आंकड़े से कहीं ज्यादा है.
वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन को करारी हार झेलनी पड़ी है. चुनाव में उद्धव गुट की शिवसेना को 20, कांग्रेस को 16 और शरद पवार गुट की एनसीपी को मात्र 10 सीटों पर जीत मिली है. इस तरह से देखें तो महाविकास अघाड़ी की पूरी टीम 50 सीटों का आंकड़ा भी नहीं छू पाई है.