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आस्था के केंद्र में राजनीति तेज : श्रेय लेने की होड़ में दो बार हुआ मंदिर का लोकार्पण, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

अंबिकापुर का मां महामाया मंदिर ऐसे तो आस्था का केंद्र है, लेकिन इन दिनों आस्था के केंद्र मां महामाया मंदिर को लेकर राजनीति खूब हो रही है, नगरीय निकाय चुनाव से पहले मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार खूब चर्चा में है और चर्चा है मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार का जिसका दो बार लोकार्पण हो गया.

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सरगुजा की आराध्य देवी मां महामाया मंदिर के आस्था को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में विख्यात है. मां महामाया के विभिन्न रूपों का लोग मंदिर पहुंचकर दर्शन करते हैं. लोगों का अटूट आस्था है मां महामाया मंदिर में लेकिन अब इस मां महामाया मंदिर को लेकर राजनीति चर्चा का विषय बन गई है. नगरीय निकाय चुनाव से पहले अंबिकापुर के मां महामाया मंदिर प्रवेश द्वार को लेकर सियासत तेज है.

 

दरअसल सरगुजा वासियों की मांग पर पूर्व की सरकार ने 49 लाख रुपए मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार बनाने के लिए अंबिकापुर नगर निगम को दिया था. हालांकि प्रवेश द्वार बनाने की समय भी भाजपा कांग्रेस के बीच खूब राजनीतिक देखने को मिली थी. लेकिन अब जब मां महामाया मंदिर का प्रवेश द्वार बन चुका है. तो इसका श्रेय लेने की होड मची है. बीते 7 जनवरी को पूर्व डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव ने मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार का विधि विधान से पूजा पाठ कर प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया था, और भाजपा ने आरोप लगाया कि आधे अधूरे बने प्रवेश द्वार का कांग्रेस आननफानन में लोकार्पण कर रही है, और आज भाजपा के वन मंत्री केदार कश्यप, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, नगर निगम और प्रशासन के टीम के साथ मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार पहुंचे और फिर दोबारा प्रवेश द्वार का लोकार्पण आज किया गया. जिसको लेकर कांग्रेस नेता भाजपाइयों पर श्रेय लेने का आरोप लगा रहे हैं.

 

मां महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार का दो बार लोकार्पण होने से शहर में इसकी चर्चा खूब है, लेकिन इन सब के बीच नेता भी एक दूसरे पर आरोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं. लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे वन मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नाचने गाने में अपना 5 साल बिता दी, इनके पास बोलने को कुछ भी नहीं है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने नगरी निकाय चुनाव से पहले प्रवेश द्वार का भाजपा के द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम के माध्यम से श्रेय लेने का आरोप लगाया है, बरहाल मां महामाया प्रवेश द्वार को लेकर हो रही राजनीति इन दिनों अंबिकापुर में चर्चा का विषय है, और इस चर्चा में चुनावी रंग राजनीति दल कितना भर पाएंगे यह तो नगरी निकाय चुनाव के रिजल्ट आने के बाद पता चल पाएगा. लेकिन जो भी हो महामाया के प्रवेश द्वार बन जाने से शहर वासियों की एक पुरानी मांग आज जरूर पूरी हो गई है,जो कि बहुत जरूरी भी था.

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