टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सोमवार को संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया. नोटिस पर टीएमसी, समाजवादी पार्टी, डीएमके समेत अन्य दलों के सांसदों के हस्ताक्षर भी हैं. इससे पहले शुक्रवार को महुआ मोइत्रा ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू पर लोकसभा में उन्हें धमकाने का आरोप लगाया था.
शुक्रवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान महुआ मोइत्रा ने जज लोया की मौत का मामला उठाया था. इस पर किरेन रिजिजू समेत बीजेपी सांसदों ने विरोध किया था. टीएमसी सांसद ने कहा था कि जस्टिस लोया समय से बहुत पहले ही दुनिया से विदा हो गए. टीएमसी सांसद की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद संदन में हंगामा शुरू हो गया.
संसदीय कार्यमंत्री ने दिया था ये जवाब
संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि 3 जजों की बेंच इस मामले को सेटल कर चुकी है. ऐसे में सदन में ऐसा कहने पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ उपयुक्त संसदीय कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पीकर संसद सदस्य के बयान का संज्ञान लें. टीएमसी सांसद के सवाल उठाने की वजह से सदन में जमकर हंगामा हुआ. इसके चलते सदन की कार्यवाही भी आधे घंटे तक स्थगित रही.
ईडी-सीबीआई सरकार के जबरन वसूली विभाग
जस्टिस लोया की मौत के मामले को उठाने के साथ हीमहुआ मोइत्रा ने बुलडोजर जस्टिस को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई जैसी एजेंसियां सरकार के लिए जबरन वसूली विभाग की तरह काम कर रही हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-360 हटाए जाने को लेकर भी सरकार पर हमला बोला.
सरकार पर संविधान को नुकसान पहुंचाने का आरोप
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि अनुच्छेद-370 हटाए जाने से केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की बोलने की आजादी बाधित हो गई है. लोकसभा में संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर संविधान को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. कहा कि पिछले 10 साल में राजनीतिक ओहदेदारों ने लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाया है.