जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर बड़ा हमला बोला है. सज्जाद लोन ने कहा कि उमर अब्दुल्ला में दिल्ली से लड़ने की हिम्मत नहीं है. उनमें जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और बीजेपी के खिलाफ भी बोलने की हिम्मत नहीं है. लोन ने अब्दुल्ला को कश्मीर के विनाश और उसकी पहचान को खत्म करने की दिशा में केंद्र का सबसे अच्छा दांव बताया.
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, चुनाव के दौरान उनके हाव भाव और बयान काफी आक्रामक थे. उनका पूरा कैंपेन बीजेपी के खिलाफ था और यह उनके लिए काम कर कहा. उन्हें भारी जनादेश मिला.
कहां गई वो आक्रामकता, यह कैसी वापसी है?
लोन ने कहा कि चुनाव के बाद वह एक दम से बदल गए. पीएम मोदी को शॉल भेंट करने का जिक्र करते हुए लोन ने कहा कि आक्रामकता खत्म हो गई है. बयान कम हो गए हैं. भाषा भी संयम हो गई है. दिल्ली जाने और शॉल उपहार में देने की इतनी जल्दी क्या थी? हाथ में तलवार लिए एक विद्रोही से लेकर घोड़े पर बैठे एक गुंडे तक, तलवार की जगह एक शॉल ने ले ली. यह कैसी वापसी है. क्या डर गए या फिर आपने समझौता कर लिया है. आप किस ओर हैं?
BJP की चौखट पर पैर रखने के लिए इतने बेताब क्यों?
सीएम अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए लोन ने कहा कि आप बीजेपी के दरवाजे पर पैर रखने के लिए इतने बेताब हैं कि सीमा लांघने की अपनी लालसा को छिपा नहीं पा रहे हैं और आपकी शॉल उपहार देने की होड़, बीजेपी के लिए अच्छा लड़का बनने की आपकी इच्छा उन सभी कश्मीरियों के लिए एक झटका है, जिन्हें यह विश्वास दिलाया गया था कि आप सांप्रदायिक रूप से भ्रष्ट बीजेपी से मुकाबला करने के लिए अंतिम धर्मनिरपेक्ष योद्धा हैं. विधायक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनी हुई सरकार है, लेकिन समानांतर एलजी सरकार भी है.