महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन काबिज होगा? इसे लेकर हाईलेवल पर मंथन जारी है, महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक तमाम बैठकें चल रही हैं. महायुति के बड़े नेता देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की है. नई सरकार के गठन पर चर्चा के लिए दिल्ली में NDA नेताओं की बैठक के बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता उदय सामंत ने कहा कि गठबंधन में कोई असंतोष नहीं हैं. बैठक सम्मानपूर्वक आयोजित की गई. सामंत ने कहा कि करीब 60 विधायकों ने सामूहिक रूप से एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री के रूप में देखने की इच्छा व्यक्त की है, हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मामले पर अंतिम निर्णय खुद शिंदे ही करेंगे.
बता दें कि सियासी घटनाक्रम के बीच एकनाथ शिंदे अपने गांव निकल गए हैं. इसे लेकर शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा कि एकनाथ शिंदे की तबियत ठीक न होने के चलते वह अपने घर गए हैं, कल सम्मानपूर्वक मीटिंग हुई है, कोई नाराजगी नहीं है.
उदय सामंत ने चुनाव में मतदान पर भी बात की, उन्होंने कहा कि दोपहर में मतदान पैटर्न में अक्सर बढ़ोतरी देखी जाती है, उन्होंने इसे लेकर झारखंड का उदाहरण दिया और कहा कि ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के खिलाफ आरोप निराधार हैं.
‘सरकार में शिंदे की भागीदारी जरूरी’
शिवसेना नेता उदय सामंत ने सरकार में एकनाथ शिंदे की उपस्थिति के महत्व पर जोर डाला. उन्होंने कहा कि लाडकी बहिण जैसी योजना एकनाथ शिंदे ही लेकर आए थे, जिसका असर हुआ. उन्होंने जोर दिया कि सरकार में शिंदे की भागीदारी महत्वपूर्ण है.
‘मंत्रिमंडल पर गहराई से चर्चा होगी’
सामंत ने कहा कि हम सभी विधायकों ने अपनी मांग एकनाथ शिंदे के समक्ष रखी है कि उन्हें सरकार में पद संभालना चाहिए, क्योंकि हम सब उन्हीं के आधार पर चुनाव लड़ रहे थे. वह हमारे नेता हैं, उन्हें सरकार में होना ही चाहिए. अब उनकी क्या इच्छा है, इस पर वह लगातार विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि अभी एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की मीटिंग होगी. इसमें गहराई से मंत्रिमंडल पर चर्चा होगी. लेकिन हम चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे सरकार का हिस्सा बने रहें.
महायुति के नेताओं के फैसले के साथ खड़ी है शिवेसना
उधर, शिवसेना सांसद नरेश महास्के ने कहा कि कल तीनों गुट (बीजेपी, शिवेसना, एनसीपी) के नेताओं की अमित शाह से मुलाकात हुई है, महाराष्ट्र के विकास पर चर्चा हुई है. कोई सीट या पद मांगने पर चर्चा नहीं हुई थी. केंद्र सरकार, महाराष्ट्र सरकार के साथ खड़ी है. एकनाथ शिंदे पहले ही कह चुके हैं कि सीएम की कुर्सी में इंटरेस्ट नहीं है. जो महायुति के नेता फैसला लेंगे, शिवसेना उसके साथ होगी. हम उद्धव गुट नहीं हैं, जो सीएम के पद के लिए साथ छोड़ दें.