रायपुर : मकर संक्रांति सनातन हिन्दुओं का सबसे प्रमुख पर्वों में से एक है, जो यह सूर्य देव को समर्पित है. पौष माह में इसी दिन सूर्य उत्तरायण होता है और मकर राशि में प्रवेश करता है. इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जा रहा है. मकर संक्रांति से ही ऋतु परिवर्तन भी होता है. इसे सर्दियों के अंत का पहला दिन माना जाता है. इस दिन स्नान और दान, पुण्य का विशेष महत्व माना गया है. मकर संक्रांति के दिन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है
पोंगल उत्सव 2025 : पोंगल, दक्षिण भारतीय राज्यों का एक प्रमुख त्योहार है, जो हर साल मकर संक्रांति के दिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. पोंगल को कृषि और फसल की सफलता का प्रतीक भी माना गया है. किसान इसे अपनी मेहनत और समृद्धि का उत्सव मानते हैं. पोंगल के दौरान घरों के सामने रंगोली (कोलम) बनाते हैं. घरों में विशेष पकवान बनाए जाते हैं, जैसे उबले हुए दूध और चावल से बनने वाली पोंगल डिश पकाया जाता है. यह त्योहार खुशियों, समृद्धि और एकता का संदेश देता है और सभी के जीवन में सकारात्मकता का संचार करता है.
अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव : मकर संक्रांति के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है. पतंगों का यह उत्सव वैसे तो पूरे देश भर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. लेकिन गुजरात में एसका खास महत्व है. पतंग महोत्सव, गुजरात के सबसे बड़े उत्सवों में से एक माना जाता है. मकर संक्रांति के दिन से गुजरात के अधिकांश शहरों में आसमान सुबह से शाम तक पतंगों से भरा दिखाई देता है. पतंग उत्सव जनवरी के दूसरे सप्ताह के दौरान आयोजित किया जाता है.