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कानपुर: ‘पूनम को प्रेत बाधा…’, भाभी के प्यार में पड़े देवर ने बताई भाई को मारने की वजह

कानपुर में एक ट्रक ड्राइवर की हत्या के मामले में देवर-भाभी का प्रेम प्रसंग सामने आने के बाद अब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. महिला ने अपने देवर के साथ मिलकर पति को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया था. अब हत्या के आरोपी मनोज ने कहा है कि उसकी भाभी पूनम को प्रेत बाधा है और भाई की हत्या में उसका कोई हाथ नहीं है.

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मेरी भाभी को प्रेत बाधा: मनोज

दरअसल कानपुर के खरेसा गांव के रहने वाले दिनेश अवस्थी की हत्या के मामले में पुलिस ने करीब 7 महीने बाद उसकी पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया और मृतक के छोटे भाई मनोज अवस्थी को बागेश्वर धाम से पकड़ा है.

दोनों आरोपियों के पकड़े जाने के बाद जब पुलिस ने उन्हें मीडिया के सामने पेश किया तो यहां भी मनोज अवस्थी अपनी भाभी पूनम उर्फ गुड़िया को बचाने की कोशिश की. भाई की हत्या को लेकर जब मनोज अवस्थी से सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि उसकी भाभी पर प्रेत बाधा थी, जिसे लेकर वो बागेश्वर धाम गया था.

भाभी ने अपने पति की हत्या नहीं की है: मनोज

मनोज ने कहा कि ‘पूनम ने किसी को नहीं मारा. पता नहीं पुलिस क्यों लेकर आई है, वो भाभी हैं मेरी. मैंने मारा है भाई को. पहले भाई ने मुझे पीटा, फिर मैंने डंडे से मारा. इस केस को चार-पांच महीने हो गए. फिर हम बागेश्वर धाम भाग गए थे. भाभी को प्रेत बाधा है, इसलिए वहां लेकर गए थे. जबसे मुझे 11 हजार का करेंट लगा है, तबसे मेरा दिमाग काम नहीं करता है.’

एक तरफ जहां मनोज अपनी भाभी और प्रेमिका पूनम को बचाता नजर आया वहीं पूनम ने पति की हत्या में अपनी भूमिका को स्वीकार कर लिया है. पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए पूनम ने बताया कि उसका मनोज के साथ प्रेम संबंध था और जब इस बात का पता उसके पति दिनेश को चला तो उसने दोनों को मारने की धमकी दी. इस डर से उसने मनोज के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी.

मनोज पर पहले से दर्ज हैं आपराधिक मामले

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मनोज पर पहले से ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें एक 1997 और दूसरा 2011 का मामला है. यह दिनेश की हत्या से जुड़ा उसका तीसरा आपराधिक केस है. पुलिस ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी रखा था. बता दें कि हत्या की ये वारदात सात से आठ महीने पुरानी है.

पुलिस ने दोनों आरोपियों को मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम से गिरफ्तार किया है. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी ठिकाने बदल-बदलकर रह रहे थे. वो दिन में ढाबे पर काम करते और शाम को बागेश्वर धाम में सेवा करते थे. आरोपी महिला ने जैसे ही अपना मोबाइल ऑन किया, पुलिस को उसकी लोकेशन मिल गई और दोनों पकड़े गए.

कब और कैसे हुई थी दिनेश की हत्या

मृतक दिनेश की शादी 2 साल पहले पूनम अवस्थी उर्फ गुड़िया से हुई थी. दिनेश का भाई मनोज भी उसी के साथ रहता था. दिनेश ट्रक ड्राइवर था और वो काम के सिलसिले में ज्यादातर बाहर रहता था. इसी दौरान पूनम का अपने देवर मनोज से अफेयर हो गया था. 23 अप्रैल को दिनेश अचानक घर पहुंचा तो उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था जिसके बाद देवर-भाभी ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी और फरार हो गए थे.

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