बदला पूरा… मुबंई में देवेंद्र फडणवीस के रिवॉल्वर थामे चस्पा किए गए पोस्टर, एनकाउंर पर मचा है बवाल

महाराष्ट्र के बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद पोस्टर वार शुरू हो गया है. मुंबई के कला नगर बांद्रा सहित कई इलाकों में बदलापुर नाम के पोस्टर लगाए गए हैं यानी इशारों ही इशारों में एनकाउंटर को सही ठहराया जा रहा है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर वाले कई बैनर मुंबई में लगाए गए हैं, जिस पर लिखा गया है कि बदला पूरा हो गया है.

पोस्टर में किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं है, लेकिन जिस तरह से बदलापुर लैंगिक शोषण मामले के बाद हंगामा हुआ बीजेपी नेता फडणवीस के इस्तीफे तक की मांग की गई थी और अब इस पोस्टर में देवेंद्र फडणवीस के हाथ में रिवॉल्वर व बंदूक लेकर फायरिंग की मुद्रा में दिखाया गया है, ऐसे में बताया जा रहा है बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ही ये पोस्टर लगाए हैं.

एनकाउंटर पर शिवसेना-यूबीटी ने उठाए सवाल

एनकाउंटर को लेकर शिव सेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह से आरोपी का एनकाउंटर किया गया है, उससे पता चलता है कि बहुत सी बातें छिपाने की कोशिश की जा रही हैं. वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता श्रीकांत शिंदे ने कहा है कि लगता है कि आरोपी के एनकाउंटर से विपक्ष इतना दुखी है कि वो उसके लिए श्रद्धांजलि सभा भी आयोजित कर सकते हैं.

वहीं, एनकाउंटर में मारे गए बदलापुर रेप केस के आरोपी अक्षय शिंदे का मुंबई के जेजे अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, अक्षय की मौत खून बहने से हुई है. सिर में गोली लगने के बाद खून बहने के कारण अक्षय की मौत हुई है. अस्पताल ने शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को हैंड ओवर कर दी है. अस्पताल में 5 डॉक्टर्स की टीम ने 7 घंटे अक्षय का पोस्टमार्टम किया. अक्षय के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई. साथ ही CID की टीम ने मंगलवार को एनकाउंटर वाली जगह जाकर जांच भी की.

एनकाउंटर केस के खिलाफ बॉम्बे HC में दायर हुईं 2 याचिकाएं

इधर, अक्षय शिंदे एनकाउंटर केस के खिलाफ अक्षय के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. अक्षय के पिता ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए नए सिरे से SIT गठित करने की मांग की है. याचिका में अक्षय के पिता ने अपनी जान को भी खतरा बताया है. अक्षय के एनकाउंटर के खिलाफ दो और याचिका हाई कोर्ट में दायर की गई हैं, जिसमें एक आरटीआई एक्टिविस्ट केतन ने फाइल की है, तो वहीं दूसरी एडवोकेट असीम सरोदे ने फाइल की है.

अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद पीड़ित बच्ची की मां ने कहा कि ऐसी हरकत करने वाले को एक दिन सजा होनी ही थी. उसने खुद को गोली मार ली. लोगों के हाथ लग गया होता तो कुत्ते की मौत मरता. ऐसे राक्षस को मरना ही चाहिए था. ऐसा काम करने वाले को फांसी की सजा होनी चाहिए.

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