बिहार की राजधानी पटना में राजद के प्रदेश कार्यालय के पास लगे पोस्टर के कारण प्रदेश के राजनीतिक दलों ने एक-दूसरे पर निशाना साधने में लग गए हैं. दरअसल राजद के प्रदेश कार्यालय के पास एक पोस्टर लगाया गया है. इसमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भारत रत्न देने की मांग की गई है. अब इस पोस्टर के लगाए जाने के बाद बीजेपी और जदयू दोनों ने इस मामले पर तंज कसा है.
बता दें कि राजद के राजधानी स्थित प्रदेश कार्यालय के पास अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव रंजीत रजक की तरफ से एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें यह मांग की गई है कि लालू प्रसाद को भारत रत्न दिया जाए. इस पोस्टर पर लालू प्रसाद, राबडी देवी, तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के साथ ही राजद के तमाम नेताओं की तस्वीर भी लगाई गई है.
भारत रत्न देने की मांग पर गरमाई सियासत
इस पोस्टर के लगाये जाने के बाद बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू प्रसाद के लिए भारत रत्न की बात करने से ज्यादा हास्यादपद कुछ नहीं हो सकता है. लालू प्रसाद को किस बात के लिए भारत रत्न देने की जरूरत है? क्या बिहार में अपहरण को उद्योग का दर्जा देने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए या फिर बिहार की कई पीढियों को गर्दिश में धकेलने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए.
उन्होंने सवाल किया कि बिहार से बाहर उद्योगपतियों को खदेडने या यहां हुए नरसंहार के लिए भारत रत्न उन्हें दिया जाए. लालू प्रसाद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करना वास्तव में भारत रत्न जैसे सम्मान का अपमान करना है. इसे हास्यादपद कुछ नहीं हो सकता है. यह मानसिक दिवालियापन का परिचायक है.
भारत रत्न देने की मांग पर जदयू का तंज
वहीं, जदयू के के मुख्य प्रवक्ता सह एमएलसी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आज भारत रत्न जैसा महत्वपूर्ण पुरस्कार भी लज्जित हो गया होगा. लालू प्रसाद अनमोल रत्न हैं. वह होटवार जेल के कैदी नंबर 3351 रत्न हैं. वह बेउर जेल के रत्न, सीबीआई के रत्न, परिवारवाद के रत्न, कब्रिस्तान की घेराबंदी कार आरोप लगने वाली पार्टी के रत्न हैं. लालू प्रसाद ऐसे राजनीतिक नमूना हैं, जिसको देखकर के रत्न को भी शर्म आ जाता है. भारत रत्न तो बहुत बड़ी चीज है. अपनी तुलना जननायक कर्पूरी ठाकुर से किया जाना, लालू प्रसाद अपनी जगहंसाई खुद करवा रहे हैं.