मितौली/लखीमपुर खीरी। लखीमपुर के फरीदपुर में हुए हादसे के बाद अब क्षेत्रीय पुलों, सड़कों और पुलियों की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित अधिकारियों और जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण इन मार्गों की हालत खस्ता हो चुकी है, जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
दरअसल, मितौली तहसील क्षेत्र के कस्ता सीतापुर रोड से पचदेवरा जाने वाली लिंक मार्ग पर स्थित लखीमपुर-सीतापुर रजवाहा की पुलिया करीब 1 साल से टूटी हुई है. यह पुलिया अब किसानों के लिए मुसीबत बनते जा रही है. इस पुलिया के टूटने से ओडहरा, धनपुर, पचदेवरा, दतेली जैसे कई गांवों के किसानों को गन्ना को लाने और ले जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, दो से तीन किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता भी तय करना पड़ रहा है.
पुलिया बनाने की मांग
इन समस्याओं को लेकर स्थानीय किसान और ग्रामीण कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से पुलिया निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण यह पुलिया अब भी क्षतिग्रस्त है. चपरदहा क्षेत्र के प्रधान शमशेर ने बताया कि यह पुलिया पीडब्ल्यूडी विभाग से बनी थी और अब यह 5 साल से धंसी हुई है. पुलिया के टूटे पत्थर अब भी जगह-जगह पड़े हुए हैं और कुछ हिस्सों पर मिट्टी डालकर काम चलाया जा रहा है ताकि बाइक सवार और राहगीरों आना-जाना कर सके.