पूर्व प्रधानमंत्री और दादा एच डी देवेगौड़ा से मिली चेतावनी के बाद प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है. वह यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहा है. बताया गया है कि 30 मई को म्यूनिख से बेंगलुरु के लिए वापसी की फ्लाइट टिकट बुक कर ली है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. एसआईटी के सूत्रों के अनुसार, जेडीएस सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा के 33 वर्षीय पोते के 31 मई की सुबह बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है.
रिपोर्ट के मुताबिक, एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि वह यहां केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर निगरानी रख रही है ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके. हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए उम्मीदवार के रूप में प्रज्वल रेवन्ना चुनाव लड़ रहा है. कर्नाटक राज्य महिला आयोग ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से अनुरोध किया था कि वे उन वीडियो की जांच का आदेश दें जिनमें कथित तौर पर उसके द्वारा कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया गया. खबर सामने आने के बाद रेवन्ना देश छोड़कर भाग गया था.
दो बार जर्मनी से फ्लाइट की टिकट कर चुका कैंसिल
प्रज्वल के खिलाफ अब तक यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए जा चुके हैं. दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था. सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है. इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही. सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है.
प्रज्वल के दादा एच डी देवेगौड़ा ने पिछले सप्ताह एक पत्र लिखकर उससे वापस लौटने और जांच का सामना करने की अपील की थी. 24 मई को प्रज्वल रेवन्ना को मेरी चेतावनी टाइटल से लिखे पत्र में देवेगौड़ा ने लिखा था, ‘इस समय मैं केवल एक ही काम कर सकता हूं. मैं प्रज्वल को कड़ी चेतावनी दे सकता हूं और वो जहां भी हो, वहां से वापस लौटे और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करे. उसे खुद को कानूनी प्रक्रिया के अधीन करना चाहिए. यह कोई अपील नहीं है जो मैं कर रहा हूं, यह एक चेतावनी है जो मैं जारी कर रहा हूं. अगर वह इस चेतावनी पर ध्यान नहीं देता है, तो उसे मेरे और उसके परिवार के सभी सदस्यों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा. कानून उसके खिलाफ आरोपों को देखेगा, लेकिन परिवार की बात न सुनने पर उससे सारे संबंध टूट जाएंगे.’
प्रज्वल रेवन्ना विदेश भागने के आरोपों पर क्या बोला?
अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, ‘सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया. जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था. मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी. मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला. फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है.’