उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल पर प्रमोद शर्मा का करारा हमला, स्वीकृत कार्यों को रोकने का आरोप

रीवा : समाज सेवी व आप नेता प्रमोद शर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में पिछले पांच सालों से उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल द्वारा कई स्वीकृत कार्यों को रोका जा रहा है. सेमरिया के सहयोगी विधायक (69) और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश संयुक्त सचिव, प्रमोद शर्मा ने आज इंडियन कॉफी हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. सेमरिया के मतदाताओं को पिछले एक साल के दौरान विधानसभा में हुए कार्यों से अवगत कराया और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल पर विधायक प्रतिनिधि के माध्यम से जनता की ज़रूरतों से जुड़े कार्यों को रोकने का आरोप लगाया.

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प्रमोद शर्मा ने बताया कि सेमरिया विधानसभा में पिछले 18 महीनों से विधायक अभय मिश्रा के चुने जाने के बाद से क्षेत्र में आतंक, भय और भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है. उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 70 नई बोरिंग कराई जा चुकी हैं. साथ ही, बड़ी संख्या में ज़रूरतमंद व्यक्तियों को स्वेच्छा अनुदान के माध्यम से आर्थिक मदद दी जा रही है, जिससे कई आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चों के अभिभावकों को भी सहायता मिल रही है.

प्रमोद शर्मा ने आगे कहा कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सेमरिया विधानसभा में वर्तमान विधायक अभय मिश्रा द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए स्वीकृत कई बड़े कार्यों को रोकने का काम कर रहे हैं, जिससे सेमरिया के मतदाताओं को अनेक सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा है.

उन्होंने कुछ प्रमुख उदाहरण दिए:

बसामन मामा घाट पर एनीकट (स्टॉप डैम) निर्माण: 3 करोड़ 71 लाख 94 हजार रुपये की स्वीकृति राशि होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री के प्रभाव से इस कार्य को रोक दिया गया है, और यह राशि आज तक फंसी हुई है.

कौवादान में जोन्ही पहुंच मार्ग (1.90 किलोमीटर पीजीसी सड़क): वर्ष 2021 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए अभय मिश्रा द्वारा स्वीकृत 1 करोड़ 47 लाख रुपये की इस परियोजना को आज तक शुरू नहीं होने दिया गया. दोनों बार 60 प्रतिशत जिला निविदा डाली गई.

वित्तीय वर्ष 2022-23 में 78 हैंडपंपों की स्वीकृति: जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए स्वीकृत इन हैंडपंपों को भी नहीं लगने दिया गया.

वर्तमान विधायक निधि से 80 हैंडपंप: इन हैंडपंपों को भी रोकने का प्रयास किया जा रहा है. पूर्व विधायक द्वारा एक पत्र देकर यह बताया जा रहा है कि हैंडपंप लगाने के लिए ज़मीन का अधिग्रहण नहीं हुआ है. प्रमोद शर्मा ने सवाल उठाया कि जब रीवा जिले या पूरे प्रदेश में किसी भी वर्तमान या पूर्व विधायक ने जनता की सबसे महत्वपूर्ण मांग, यानी हैंडपंप, दिए ही नहीं, तो उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल बताएं कि क्या रीवा जिले सहित पूरे प्रदेश में कहीं भी हैंडपंप लगाने के लिए 9 इंच x 9 इंच ज़मीन का अधिग्रहण हुआ है.

शर्मा ने यह भी बताया कि हाल ही में सेमरिया विधायक द्वारा 1 अरब 27 करोड़ रुपये की सड़क मंजूर कराई गई है, जिस पर भी उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सड़क के प्रस्तावित स्वरूप को बदलने का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सेमरिया विधानसभा के मतदाताओं ने एक जुझारू प्रतिनिधि का चुनाव किया है, जिसके साथ 5 लाख जनता खड़ी है.
प्रमोद शर्मा ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सेमरिया विधानसभा में पुरवा गौ अभयारण्य खोलकर किसानों की किसानी को अपने कमीशन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रहे हैं. पूरे रीवा जिले के आवारा गौवंश को सेमरिया 84 में छोड़ा जा रहा है, जिससे सैकड़ों एकड़ में किसानों ने खेती करना बंद कर दिया है.

 

प्रमोद शर्मा ने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सेमरिया के मतदाताओं को बर्बाद करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते. उन्होंने चुनौती दी कि अगर उपमुख्यमंत्री जनता की भावना की परख करना चाहते हैं, तो वे 2028 में सेमरिया विधानसभा से चुनाव लड़ें, और प्रमोद शर्मा स्वयं जनता के आक्रोश के सहयोग से उन्हें चुनाव हराकर घर बिठा देंगे.

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