प्रतापगढ़: दिवाला गांव में 11 अगस्त को गौतम मीणा की संदिग्ध मौत के बाद 21 अगस्त को 12 वें के कार्यक्रम के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. आरोप है कि मृतक के परिजन और रिश्तेदारों ने मौत का बदला लेने की नीयत से गांव के ही मांगीलाल मीणा, राहुल मीणा के मकान में आगजनी, तोड़फोड़ और लूटपाट की.
घटना की सूचना मिलते ही कोटड़ी थाने से हेड कांस्टेबल बहादुर सिंह, जवान कालू सिंह, हरीश, प्रकाश और राजेंद्र तत्काल मौके पर पहुंचे. हालात काबू में लाने के बजाय पुलिस को भीड़ के उग्र गुस्से का शिकार बनना पड़ा. हमलावरों ने पुलिस पर लाल मिर्ची पाउडर फेंका, लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला किया, सरकारी वाहन को भी नुकसान पहुंचाया.
जिसे लेकर आरोपियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कि गई व कई जगह दबिश दी गई. अब तक इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है, इनमें से 6 महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 9 अन्य लोगों को डिटेन किया. गिरफ्तार महिला आरोपियों में पेपाबाई मीणा (चाचाखेड़ी), कुशीबाई मीणा (कनाड़), मोहनीबाई मीणा (डोडियारखेड़ा), पूजा मीणा (डोराना भालोट), निर्मला मीणा और धापुड़ीबाई मीणा (दोनों दिवाला निवासी) शामिल हैं. प्रतापगढ़, अरनोद, सालमगढ़, रठांजना और हथुनिया थानों की संयुक्त टीम लगातार गांव और आस-पास के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.