मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ मेले के दौरान मध्य प्रदेश सरकार प्रयागराज और हरिद्वार में कुंभ की सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाएगी.
सीएम ने कहा, प्रयागराज में आगामी कुंभ के समापन के बाद, भीड़ प्रबंधन, ड्रोन सर्वेक्षण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग और अन्य गतिविधियों में लगी कंपनियों और स्टार्टअप्स का एक सम्मेलन उज्जैन में आयोजित किया जाएगा. उन्होंने सिंहस्थ मेले के लिए बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्यों सहित तैयारियों की समीक्षा की.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा. इससे पहले, कुंभ मेला 2021 में उत्तराखंड के हरिद्वार शहर में आयोजित किया गया था.
CM यादव ने कहा कि सिंहस्थ-2028 की व्यवस्थाओं को सर्वोत्तम रूप देने के लिए प्रयागराज और हरिद्वार में कुंभ के मॉडल का भी अध्ययन किया जाएगा. सिंहस्थ-2028 में दोनों कुंभ की सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने के लिए एक कार्ययोजना बनाई जाएगी.
सीएम यादव ने अधिकारियों को सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए रेलवे के साथ समन्वय के उद्देश्य से एक विशेष प्रकोष्ठ बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के घाटों तक सुगम आवागमन के लिए उपयुक्त पहुंच मार्ग विकसित किए जाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन, इंदौर और देवास में किए जा रहे निर्माण कार्यों में सीवरेज, स्वच्छता और हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने पर्यटकों की सुविधा के लिए धर्मशालाओं के उन्नयन के लिए कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए. यादव ने कहा कि सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर विभागों में आवश्यकतानुसार प्रशासनिक ढांचे का तत्काल विस्तार किया जाए.