राजस्थान के एक सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक प्रेग्नेंट महिला की मौत हो गई. महिला को उसके ब्लड ग्रुप से गलत ब्लड चढ़ा दिया गया था, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. महिला पहले से टीबी की बीमार भी थी. इस वजह से उसकी हालात बहुत ज्यादा खराब हो गई थी. ये मामला जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल से सामने आया है.
सवाई मान सिंग अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत खून चढ़ाने के दौरान हुई. SMS हॉस्पिटल में टोंक के निवाई की रहने वाली 23 वर्षीय गर्भवती महिला चाईना को 12 मई को भर्ती कराया गया था. उसे हीमोग्लोबिन की कमी, गंभीर टीबी और भी कई बीमारियां थीं. महिला का ब्लड ग्रुप B पॉजिटिव था, लेकिन 20 मई को उसे A पॉजिटिव ब्लड चढ़ा दिया गया.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
24 घंटे में हो गई महिला की मौत
इसके बाद उसे हेमट्यूरिया यानी पेशाब में खून आना और टैचीकार्डिया यानी दिल की धड़कन का तेज होने के साथ बुखार और ठंड लगना शुरू हो गई. ऐसे में बुधवार यानी अगले ही दिन महिला की मौत हो गई. हालांकि महिला के इलाज में डॉक्टर ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
डॉक्टरों ने गलत ब्लड चढ़ाने से किया इनकार
डॉ. स्वाति श्रीवास्तव, जिनकी देखरेख में महिला अस्पताल में भर्ती थी. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि गलत ब्लड ग्रुप का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने कहा कि मैं उस समय छुट्टी पर थी. जब मैंने पूछा, तो डॉक्टरों ने मुझे बताया कि जब उन्होंने ट्रांसफ्यूजन शुरू किया, तो रिएक्शन हो गया. मरीज़ पहले से ही माइलरी टीबी से पीड़ित थी. महिला के पेट में पल रहे भ्रूण (Intrauterine fetus) की मौत के बाद उसे और भी परेशानी हो गई थी.
पहले भी इस तरह से हो चुकी हैं दो मौत
मरीज के जीजा प्रेम प्रकाश ने कहा कि परिवार को गलत ब्लड चढ़ाए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इससे पहले पिछले साल फरवरी में भी SMS अस्पताल में गलत ब्लड चढ़ाने की वजह से एक 23 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी. ऐसे ही गलत ब्लड की वजह से जेके लोन अस्पताल में भी एक 10 साल के बच्चे की मौत हो गई थी. यानी इस तरह के कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं.