वाराणसी : नए वर्ष 2025 की शुरुआत दो दिनों के बाद होने वाला है.इसकी शुरुआत श्रद्धालु बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन एवं आशीर्वाद लेकर करना चाहते हैं.इसी को देखते हुए नए साल के पहले ही काशी में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ आने लगी है.इसको देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ न्यास परिषद ने श्रावण मास एवं महाशिवरात्रि की तर्ज पर तैयारियां शुरू कर दी है.
भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं को गर्भगृह एवं स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह से रोक रहेगी
वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण होने के बाद लगातार दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही नए साल की शुरुआत के पहले
श्री काशी विश्वनाथ धाम में इस बार श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है.बाबा विश्वनाथ की चारों पहर की आरती, रुद्राभिषेक और सुगम दर्शन के टिकटों की भारी मांग के चलते 27 जनवरी तक की सभी बुकिंग फुल हो चुकी है.
मंदिर प्रशासन के अनुसार बाबा की मंगला आरती, मध्यान्ह भोग आरती, सप्तऋषि आरती और श्रृंगार भोग आरती के ऑनलाइन टिकट श्रद्धालुओं को उपलब्ध नहीं हैं.रुद्राभिषेक और सुगम दर्शन के टिकट भी पूरी तरह बुक हो चुके हैं.31 दिसंबर से 2 जनवरी तक किसी भी प्रकार की बुकिंग पर रोक लगा दी गई है, ताकि भारी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने बताया कि नए साल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा, सुगमता एवं सुविधा के सारे उपाय किया जा रहा है.हर साल नए साल पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं आते है, इसी को देखते हुए जो बैरिकेडिंग की व्यवस्था सावन मास एवं महाशिवरात्रि पर की जाती है.
वही व्यवस्था की गई है.जब तक श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हो जाती है तब तक गर्भगृह में प्रवेश एवं स्पर्श दर्शन बंद रहेगा.इसके साथ ही महाकुंभ को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गई है.सावन एवं महाशिवरात्रि पर जो प्रोटोकॉल होता है वो 10 जनवरी से लागू हो जाएगा.