दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 स्थित शशि गार्डन इलाके में कांवड़ यात्रा की तैयारियों के बीच एक मामूली पार्किंग विवाद हिंसा की आग में तब्दील हो गया. इस झगड़े ने उस वक्त खतरनाक मोड़ ले लिया, जब गुस्से से बेकाबू एक किशोर ने देसी पिस्तौल निकालकर तीन लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ. वारदात के कुछ ही दिनों बाद दिल्ली पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में एक नाबालिग समेत चार आरोपियों को धर दबोचा है.
पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अभिषेक धनिया के अनुसार, यह घटना 11 जुलाई की रात करीब 10 बजे के आसपास हुई. शशि गार्डन क्षेत्र से फायरिंग की कॉल मिलने के बाद पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची. घटनास्थल से गोलियों के निशान बरामद हुए. वहीं, शिकायतकर्ता जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह अपने भाई सागर और दोस्त पीयूष के साथ खड़ा था, तभी बाइक पार्किंग को लेकर कुछ युवकों से कहासुनी हो गई. देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि एक लड़का अवैध तमंचा निकाल लाया.
नाबालिग लड़के ने तीनों को निशाना बनाकर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस जांच में पता चला कि फायरिंग करने वाले सभी युवक कांवड़ यात्रा की तैयारी में जुटे थे. वे हरिद्वार जाने वाले थे. आरोपियों की पहचान 24 साल के मोहित, 22 साल के रोहित, 20 साल के भुवन और 17 साल के एक लड़के के रूप में हुई है. जांच के शुरुआती चरण में स्पष्ट हो गया कि पिस्तौल चलाने वाला वही किशोर था, जिसने गुस्से में आकर देसी तमंचे का इस्तेमाल कर पीड़ितों पर गोलियां चलाई
इस घटना के बाद पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर मयूर विहार थाने में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया. इस मामले की जांच के लिए पुलिस की दो टीमें बनाई गई. पुलिस ने सबसे पहले घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज लेकर विश्लेषण किया. इसके बाद स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई. वारदात के बाद से आरोपी फरार थे, लेकिन पुलिस ने तकनीकी मदद से उनकी पहचान कर ली.
पुलिस ने पहले दो युवकों को गिरफ्तार किया, फिर उनकी निशानदेही पर बचे दो आरोपियों को भी पकड़ लिया गया. पुलिस पूछताछ में चारों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया कि पार्किंग को लेकर बहस छिड़ी थी. इसी बीच नाबालिग लड़का बेकाबू हो गया और उसने गोली चला दी. हैरान करने वाली बात यह है कि मुख्य आरोपी मोहित पहले से ही एक हत्या के मामले में जमानत पर बाहर है. रोहित और भुवन का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. दोनों मजदूरी करते हैं.
गोली चलाने वाले लड़के ने स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी है. फिलहाल कोई काम नहीं करता है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अवैध हथियार कहां से आया था. कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक माहौल के दौरान राजधानी में हुई यह फायरिंग घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि गुस्सा किस हद तक विस्फोटक हो सकता है. पुलिस ने बताया है कि चारों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की जा रही है. उन्हें जल्द न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा.