कटनी: रेलवे यूनियन की मान्यता को लेकर आठ साल बाद चुनाव होने जा रहे हैं। इसको लेकर रेलवे के संगठन तैयारी में लगे हुए हैं, जिसको लेकर कटनी जिले में भी प्रचार प्रसार किया जा रहा है.अब तक सिर्फ दो बार मान्यता के लिए चुनाव कराए गए हैं.
अब इसके लिए 4 और 5 दिसंबर को मतदान होगा। इससे पहले सभी संगठन अपने मतदाताओं को रिझाने की तैयारी में हैं।यूनियन मान्यता चुनाव के मद्देनजर वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने रविवार को कटनी में प्रेस वार्ता का आयोजन किया.जिसमे डब्ल्यूसीआरईयू के महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव ने बताया कि रेलकर्मियों को एआईआरएफ, डब्ल्यूसीआरईयू ने पूर्व में संघर्षों के बारे में जानकारी दी है.
साथ ही यूनियन NPS और OPS पेंशन के बारे में भी उन्होंने उदाहरण सहित जानकारी देते हुए कहा कि वह केंद्र सरकार के विरोध में है और वह अपने मजदूरों के साथ खड़े हुए है और उन्हें होने वाली किसी भी समस्या के समाधान करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे है.
और करते रहेंगे।पश्चिम मध्य रेलवे प्रशासन ने चुनाव के लिए 5 यूनियनों को पात्रता दी है। इनमें पीएमआरकेपी, एसबीबीके, डब्लूसीआरयू, डब्लूसीआरएस, डब्लूसीआरएमयू शामिल हैं।इस चुनाव में 52000 मतदाता हैं। जिसमें 35% वोट कास्टिंग लेकर आएगा.
वह यूनियन में मान्यता प्राप्त रहेगा। चुनाव 4, 5 और 6 दिसंबर को होंगे। 4 और 5 दिसंबर को रेलवे के नियमित कर्मचारी और 6 दिसंबर को रेलवे के रनिंग स्टाफ मतदान करेंगे। महामंत्री गालव ने यह भी बताया कि रेलवे प्रशासन जिस तरह प्राइवेटीकरण लगातार कर रहा है वह उसका विरोध कर रहे है और रेल कर्मचारी सरकारी था और रहेगा.
महामंत्री गालव सीएंडडब्ल्यू के सिक साइडिंग में भी कर्मियों मिले.ट्रैकमेनों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनीं.यूनियन नेताओं ने रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट लॉबी, टीटीई लॉबी कार्यालयों में जाकर सघन जनसंपर्क किया.