तैयारी करके बड़ा झूठ… राहुल गांधी के वोट चोरी आरोपों पर बीजेपी का पलटवार

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट में मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ियों का आरोप लगाया है, जिसके बाद सियासी पारा चढ़ गया है. इस बीच शुक्रवार को बीजेपी ने आधिकारिक तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी को पलटवार किया है और पूछा है क्या विपक्ष के किसी नेता को भारत के अधिकारियों के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए?

बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘बहुत दिनों से हमारे देश के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक एटम बॉम्ब छोड़ने की बात कर रहे थे. मुझे कल किसी मित्र ने कहा कि ये तो जिस पेड़ पर बैठे थे, उसी को कुल्हाड़ी से काटने का काम कर रहे थे. सच कहूं, तो कांग्रेस के युवराज और नेता प्रतिपक्ष की भाषा का जो अहंकार था, वो चुनाव आयोग के कर्मचारियों के लिए था.’

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी का कहना है कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो चुनाव आयोग के अधिकारियों को, चाहे वे बड़े हों या छोटे, परिणाम भुगतने होंगे. क्या देश की संवैधानिक संस्थाओं के कर्मचारियों के लिए ऐसी भाषा नेता प्रतिपक्ष को शोभा देती है. देश की सेना के गौरव पर सवाल उठाने वाले भी राहुल गांधी ही हैं. सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कांग्रेस के नेता सुप्रीम कोर्ट को ऊंचा-नीचा बोलने से नहीं चूकते.’

राहुल गांधी ने तैयारी करके बहुत बड़ा झूठ बोला- BJP

बीजेपी नेता ने कहा कि इस देश की आर्मी, चुनाव आयोग, संसद ये सब ऐसी संस्थाएं हैं, जो स्वायत्त और स्वाधीन होकर काम करती हैं, हम सब इसके द्वारा पूरी तरह नियंत्रित है. इसलिए कोई स्वतंत्र निकाय जब किसी भी राजनीतिक प्रोसेस को फॉलो करती है, तो उसे हम सभी को मानना चाहिए क्योंकि इन सभी संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा देश के संविधान ने दिया है.

उन्होंने कहा, ‘नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तैयारी करके बहुत बड़ा झूठ बोला. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 1 करोड़ वोट बढ़े. भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट पर है कि 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा में 9,71,41, 289 वोटर थे और लोकसभा के समय 9,30,61,760 वोटर थे. लोकसभा और विधानसभा के बीच 40 लाख वोट बढ़े, जबकि राहुल गांधी 1 करोड़ बता रहे हैं, तो 60 फीसदी का मार्जिन हुआ, क्या आगे से वो कुछ भी बोलेंगे, तो क्या उसे 60 फीसदी माइनस करके समझा जाए.’

‘राहुल गांधी का फेक नैरेटिव’

भूपेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी महाराष्ट्र का मुद्दा उठा रहे हैं, लेकिन असल में उनकी पार्टी ने ज्यादातर सीटें वहीं जीतीं जहां वोट बढ़े थे. चुनाव आयोग की वोट जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया एक स्वतंत्र प्रक्रिया है. इसका मतलब है कि वोटों को ‘आर्टिफिशियल रूप से बढ़ाए जाने’ का उनका सिद्धांत ध्वस्त हो जाता है क्योंकि जिन सीटों पर वोट बढ़े, उन्हीं पर उनकी पार्टी जीती. वास्तव में देखने वाली बात यह है कि चुनाव हारने के बाद विपक्ष किस तरह की रणनीति अपना रहा है. राहुल गांधी ने जो फेक नैरेटिव बनाने की कोशिश की है, वो उन्हीं के तथ्यों से पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.

राहुल गांधी ने वोटों की चोरी का लगाया आरोप

दरअसल, राहुल गांधी भारत में चुनावी धांधली के सबूत के तौर पर एक “एटम बम” का वादा कर रहे थे. उन्होंने दावा किया गया कि 40 लोगों की एक टीम ने छह महीने तक कड़ी मेहनत की थी, जिसके साथ उन्होंने भारत की मतदाता सूची में कथित बड़े पैमाने पर धांधली का पेश किया और चुनाव आयोग पर चुनावों में “चोरी” करने के लिए बीजेपी के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया.

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