राष्ट्रपति भवन में सोमवार शाम पद्म सम्मान दिए गए. सेरेमनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे. 25 जनवरी को ये सम्मान घोषित किए गए थे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बिंदेश्वर पाठक (मरणोपरांत) और पद्मा सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया. बिंदेश्वर पाठक की पत्नी अमोला पाठक ने पुरस्कार ग्रहण किया.
इसके बाद अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, सिंगर उषा उथुप और सीताराम जिंदल समेत कुछ लोगों को पद्म भूषण दिया. इसके अलावा मनोहर कृष्ण डोले और रामचेत चौधरी समेत कुछ हस्तियों को पद्मश्री दिया गया.
इस बार 2024 के लिए 5 लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण, 110 को पद्मश्री से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है. आज के समारोह में इनमें से कुछ हस्तियों को सम्मान नहीं मिल सका, इन्हें अगले हफ्ते सम्मानित किया जाएगा.
पद्मश्री पुरस्कार ऐसे लोगों को दिया जा रहा है, जो अब तक गुमनाम थे. इनमें असम की रहने वाली देश की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ और जागेश्वर यादव का नाम शामिल है.
इसके अलावा लिस्ट में चार्मी मुर्मू, सोमन्ना, सर्वेश्वर, सांगथाम समेत कई बड़े नाम भी हैं. पद्म पुरस्कार विजेताओं में 30 महिलाएं हैं. इनमें 8 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी हैं. 9 हस्तियां ऐसी हैं, जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिए जा रहे हैं. पद्म भूषण मिलने पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने कहा ‘मैं बहुत खुश हूं. मैंने जीवन में कभी किसी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा. जब मुझे फोन आया कि आपको पद्म भूषण दिया जा रहा है, तो मैं एक मिनट के लिए चुप हो गया क्योंकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी.’