ओंकारेश्वर स्थित ममलेश्वर मंदिर में भक्तों से वीआइपी दर्शन के नाम पर अवैध वसूली करने पर प्रशासन ने एक होमगार्ड जवान और दो पंडितों पर कार्रवाई की है। प्रशासन को ममलेश्वर मंदिर में रुपये लेकर दर्शन करवाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। दर्शन के नाम पर 1500 रुपये वसूले गए थे। इस मामले में होमगार्ड जवान को निलंबित कर दिया गया है।
वीआइपी दर्शन करना है तो प्रति जोड़ा 1500
एसडीएम पुनासा शिवम प्रजापति ने इसकी पड़ताल के लिए पटवारियों का एक दल गठित किया था। दल को गुप्त तरीके से दर्शनार्थियों के रूप में ममलेश्वर मंदिर परिसर में भेज कर जांच करवाई गई। ममलेश्वर मंदिर परिसर में दर्शनार्थी जोड़े के रूप में उपस्थित पटवारी अमर सिंह मंसूरे, लक्की पंचोली, सोनाली चोकडे, प्राची शर्मा से रिद्धि उर्फ रिद्धिचंद शर्मा निवासी ओंकारेश्वर ने कहा कि वीआइपी गेट से दर्शन करना है तो प्रति जोड़ा 1500 रुपये की राशि देनी होगी।
पटवारी ने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए
दर्शनार्थी के रूप में उपस्थित पटवारियों ने पंडित से वीआईपी दर्शन के रुपये कम करने के लिए कहा तो पंडित द्वारा रुपये कम करने से मना किया गया। इसपर 1500 रुपये के मान से दो जोड़े के दर्शन की तीन हजार रुपये में बात तय हुई। पटवारी मंसूरे द्वारा फोन पे के माध्यम से पंडित रिद्धिचंद शर्मा के खाते में राशि ट्रांसफर की गई।
कैसे कराया दर्शन?
उन्होंने बताया कि पंडित मुद्दगल ने दोनों जोड़ों को मंदिर में वीआइपी गेट से प्रवेश कराने के लिए मंदिर परिसर में उपस्थित होमगार्ड नागेंद्र शर्मा के सहयोग से प्रोटोकाल के नाम पर निकासी द्वार से मंदिर में प्रवेश कराया। पूजन अभिषेक के बाद पंडित अल्लू उर्फ देवेंद्र द्वारा दक्षिणा के पांच सौ रुपये की मांग की गई। एसडीएम प्रजापति ने बताया कि होमगार्ड शर्मा पिछले 25 वर्षों से ओंकारेश्वर में पदस्थ हैं।
नाव पर रहती है होमगार्ड की ड्यूटी
जांच में पाया गया कि पूर्व में भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आई हैं। होमगार्ड शर्मा की ड्यूटी नाव पर रहती है । वह ड्यूटी स्थल को छोड़कर ममलेश्वर मंदिर के अंदर और परिसर में घूमते पाए गए। श्रद्धालुओं को दर्शन कराने संबंधी शिकायत पर उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। साथ ही दोनों पंडितों पर सीआरपीसी की धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है।