कांग्रेस नेता मणिशंकर ने अय्यर द्वारा ऑपरेशन सिंदूर और अलग-अलग देशों में गए डेलीगेशन समूह को लेकर एक बयान दिया था. शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मणिशंकर अय्यर ने अमन की आशा के बारे में ऐसे समय में बात की है, जब पहलगाम हमले में 26 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह एक निष्कासित कांग्रेसी नेता है.
बता दें कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान का पक्ष लेते हुए पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि अलग-अलग देशों में गए भारत के प्रतिनिधिमंडल में से किसी ने भी पाकिस्तान को हमले का जिम्मेदार नहीं ठहराया. अय्यर ने कहा कि भारत के पास ऐसा कोई सबूत ही नहीं है जिससे यह सिद्ध हो सके कि पहलगाम हमला पाकिस्तान ने करवाया है.
पाकिस्तान की आवाज थे अय्यर
प्रियंका चतुर्वेदी ने मणिशंकर अय्यर को घेरते हुए कहा हमें अय्यर के पिछले इतिहास को नहीं भूलना चाहिए. वह पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंधों के लिए एक मुखर आवाज थे. उन्होंने कहा कि वह कई बार पाकिस्तान गए हैं. उन्होंने अमन की आशा के बारे में तब बात की है जब पहलगाम हमले में 26 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और इस हमले के बाद पर्यटन ने जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि कि मुझे लगता है कि वह एक निष्कासित कांग्रेसी नेता हैं. वह अब कांग्रेस में नहीं हैं.
प्रतिनिधि मंडल के रूप में किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि हम सभी ने एक भारतीय के रूप में और प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. उन्होंने इस डेलीगेशन का दुनिया में क्या असर पड़ा इस पर बात करते हुए कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि टीआरएफ को अब अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है. बहुत जल्द संयुक्त राष्ट्र भी इस संगठन को आतंकवादी घोषित कर देगा. इसके अलावा, एफएटीएफ ने भी स्पष्ट रूप से कहा है कि हमें यह भी समझना होगा कि हम ध्यान रखना होगा की हमारे द्वारा दिए जा रहे कर्ज का पैसा कहां जा रहा है.
प्रयासों को समझकर करे सराहना
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि कभी-कभी शब्दों से ज्यादा जरूरी होता है काम करना. शायद अय्यर ने भी यही सुना नहीं होगा. उन्होंने कहा इसलिए वह इस बात को समझे कि प्रत्येक भारतीय पाकिस्तान के आतंकवाद के मुद्दे को वैश्विक मंच पर उठाने की पूरी कोशिश की है. उन्होंने कहा कि पिछले 7 दशकों से अधिक समय से भारत जो आतंकवाद सहन कर रहा है उसे विश्व के सामने लाने में प्रतिनिधि मंडल के प्रत्येक सदस्य ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. शिवसेना नेता ने कहा कि उसके प्रयासों को समझ कर उनकी सराहना करें.