केंद्र सरकार ने केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन त्रासदी को गंभीर प्रकृति की आपदा माना है. इसके लिए गृह मंत्रालय ने केंद्रीय कैबिनेट समिति के आकलन के आधार पर भूस्खलन के वर्गीकरण की पुष्टि करते हुए राज्य को पत्र भेजा. गृह मंत्रालय के इस कदम के बाद अब आपदा को लेकर वित्तीय सहायता का रास्ता खुल गया है.
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजेश गुप्ता ने 30 दिसंबर को राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव टिंकू बिस्वाल को पत्र लिखकर इसे गंभीर प्रकृति की आपदा बताया है. वहीं वायनाड त्रासदी को ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित करने के फैसले पर वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से सही दिशा में उठाया गया कदम है.
I am glad @AmitShah ji has finally taken the decision to declare the Wayanad tragedy as a “Disaster of Severe Nature”. This will greatly help those in need of rehabilitation and is definitely a step in the right direction.
We will all be grateful if adequate funds for the same…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 30, 2024
प्रियंका गांधी ने क्या कुछ कहा?
प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा, ‘मुझे खुशी है कि गृह मंत्री अमित शाह ने आखिरकार वायनाड त्रासदी को गंभीर प्रकृति की आपदा घोषित करने का फैसला किया है. इससे पुनर्वास की जरूरत वाले लोगों को काफी मदद मिलेगी और यह निश्चित रूप से सही दिशा में उठाया गया कदम है. अगर इसके लिए जल्द से जल्द पर्याप्त धनराशि आवंटित की जा सके तो हम सभी आभारी होंगे.’
30 दिसंबर के पत्र में यह भी कहा गया है कि गंभीर आपदा की स्थिति में, ‘राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो उनके पास पहले से ही उपलब्ध है. इसे स्थापित प्रक्रिया के अनुसार राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) से आगे बढ़ाया जाता है, जिसमें अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम के दौरे के आधार पर मूल्यांकन शामिल है.’
PM मोदी ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का किया था दौरा
गृह मंत्रालय ने अपने पत्र में केरल की प्राथमिक मांग को संबोधित किया है. लेकिन अभी भी राज्य के ऋण माफी या राहत कार्य के लिए अतिरिक्त धनराशि के अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. साथ ही, पुनर्निर्माण के लिए केरल सरकार द्वारा मांगे गए विशेष वित्तीय सहायता पैकेज पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है. इस महीने की शुरुआत में प्रियंका गांधी ने इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी.
29 जुलाई की रात 2 बजे से 4 बजे के बीच वायनाड के मुंडक्कई, चूरलम्माला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में भूस्खलन हुआ. इसमें 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, पीएम मोदी ने 10 अगस्त को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था. उन्होंने आपदा पीड़ितों से मुलाकात भी की थी. इस दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी मौजूद थे.