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TV पर भड़काऊ बयान देने वाले बीजेपी नेता की बढ़ी मुश्किलें, सलाखों की बजाय पहुंच गए अस्पताल

भड़काऊ भाषण देने के आरोप में केरल के बीजेपी नेता और पूर्व विधायक पीसी जॉर्ज की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ गई है, जिसके बाद उन्हें कोट्टायम मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया है. जॉर्ज को पाला सब-जेल में ट्रांसफर करने से पहले आयोजित एक नियमित मेडिकल जांच के दौरान उनकी ईसीजी में असामान्यता पाई गई.

इससे पहले एराटुपेट्टा कोर्ट ने जॉर्ज की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और 10 मार्च तक उन्हें रिमांड पर रखने का आदेश दिया, यानी कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेजा. कोर्ट ने शुरू में जॉर्ज को शाम 6 बजे तक पुलिस हिरासत में रखा था, जबकि अभियोजन पक्ष ने दो दिन की हिरासत अवधि मांगी थी. हालांकि, कोर्ट ने केवल चार घंटे की हिरासत को मंजूरी दी और निर्देश दिया कि यह अवधि समाप्त होने के बाद जॉर्ज को फिर से मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाए.

पीसी जॉर्ज ने क्या दिया था बयान

जॉर्ज ने जनवरी में एक टेलीविजन बहस के दौरान मुसलमानों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद मुस्लिम यूथ लीग के एक नेता ने शिकायत दर्ज कराई थी. चैनल पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था, ‘मैं एराटुपेट्टा में बैठकर यह कह रहा हूं. यहां की 40,000 की आबादी में से 38600 मुसलमान हैं. इस दुनिया में कहीं भी आप जैसी (मुस्लिम) विवेकहीन सांप्रदायिक ताकतें नहीं हैं. क्या आपके पास विवेक है? क्या आप दूसरे धार्मिक समूहों के लोगों के प्रति नरम रुख रखते हैं? आपको हमारे द्वारा दिखाई जाने वाली विविधता के बारे में सीखना चाहिए.’

उन्होंने आगे कहा, ‘क्या हम यह कह रहे हैं कि किसी भी मुसलमान को मार दिया जाना चाहिए? अगर आप मुसलमान हैं, तो आप सांप्रदायिक हैं. यह ऐसा ही हो गया है. आपको भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान चाहिए. पाकिस्तान चले जाओ.’ एराटुपेट्टा पुलिस ने बाद में उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और केरल पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं बीएनएस 196 (1) ए, 299 और 120 (ओ) के तहत मामला दर्ज किया गया.

पीसी जॉर्ज ने मांगी ली थी माफी

वहीं, जब पीसी जॉर्ज को पुलिस गिरफ्तार करने करने उनके घर पहुंची तो वह मजूद नहीं थे. पुलिस ने पहले भी उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने कोर्ट में पेश होने के लिए दो दिन का समय मांगा था. जॉर्ज ने पहले एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे बिना शर्त अपने उस जवाब को वापस लेते हैं.

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